उत्तराखंड की राज्यपाल मेरी मौसी….हिम्मत है तो कार्यवाई करके दिखाओ
देहरादून: उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद के बाल भवन की रोड से कब्जा हटाने गई टीम को पार्षद पति ने चुनौती दी कि उत्तराखंड की राज्यपाल मेरी मौसी है, हिम्मत है तो अतिक्रमण तोड़ के दिखाओ? इससे टीम उलझन में पड़ गई। टीम ने बाल भवन के पास खाली प्लाटों की बाउंड्रीवाल तो तोड़ दी। लेकिन, पार्षद की बाउंड्रीवाल व मकान पर कोई कार्रवाई नहीं की।
अतिक्रमण की शिकायत के बाद एसडीएम सादर कमलेश मेहता ने सोमवार को मौके पर जाकर निरीक्षण किया। अतिक्रमण की शिकायत सही पाये जाने एसडीएम ने तहसीलदार को अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण के आदेश दिए। गुरुवार को तहसीलदार नमित रमोला के नेतृत्च में टीम अतिक्रमण हटाने गई। नगर निगम की जेसीबी अतिक्रमण पर गरजती इससे पहले ही पार्षद नीतू वाल्मीकि के पति राकेश वाल्मीकि तिनका ने टीम को धमकाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा उत्तराखंड की राज्यपाल उनकी मौसी है। इसलिये अतिक्रमण नहीं हट सकता। हिम्मत है तो अतिक्रमण हटाकर दिखाओ। टीम के साथ गये पटवारी, नायब तहसीलदार व नगर निगम के कर्मचारियों ने मुआयना किया तो जमीन अतिक्रमण की निकली। टीम ने बाल भवन से लगी जमीन पर बनाई गई दो बाउंड्रीवाल ध्वस्त की। इन दो प्लाटों के बाद पार्षद नीतू वाल्मीकि का मकान है, उसका काफी हिस्सा सड़क पर है। लेकिन, उस पर टीम कार्रवाई नहीं कर पाई। उनके मकान के बाद रास्ता रोक रही एक अन्य दीवार भी टीम ने ध्वस्त कराई। इस संबंध में एसडीएम सादर कमलेश मेहता का कहना है कि पार्षद नीतू सिंह के मकान के मामले में चालान की कार्यवाई की जायेगी। सुनवाई के बाद कार्रवाई होगी।
ग्राम समाज की थी पूरी जमीन
बाल भवन जिस वक्त बना था, उस समय सड़क के दोनों ओर की सारी जमीन ग्राम समाज की थी। उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से प्रधान को जमीन लीज पर देने के लिये पत्र भी लिखा गया था। परिषद को जमीन नहीं दी गई। लेकिन, अब उसी ग्राम समाज की जमीन पर मकान बन रहे हैं। मामले की जांच हो तो बड़ा गड़बड़झाला उजागर हो सकता है।
जमीनों की हो जांच
उत्तराखंड बाल कल्याण परिषद की महासचिव पुष्पा मानस का कहना है कि अतिक्रमण के कारण बाल भवन आने वाले बच्चों को परेशानी हो रही है। अतिक्रमण सड़क पर ही नहीं, लगता है पूरे मकान ही सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाये गये हैं। इसकी जांच होनी चाहिये। बालभवन से सटकर मकान बनने से माहौल खराब हो रहा है।