भाजपा के बुजुर्ग नेताओं का बचेगा टिकिट या कटेगा, मदन कौशिक ने किया साफ
-भाजपा पहले अधिक युवाओं को चुनावी मैदान में उतारने के मूड में थी। इससे लगभग 21 विधानसभा क्षेत्रों में युवा नेताओं ने पोस्टर-बैनर लगाकर दावेदारी शुरू कर दी थी। नए विचार के बाद अब युवा-बुर्जुग दोनों को टिकट में फोकस किया जा रहा है।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। उत्तराखंड में होने वाले आगामी (2022) विधानसभा चुनाव में भाजपा दोबारा सत्तासीन होने के लिए फूंक-फूंक कदम बढ़ा रही है। पार्टी ने रणनीति में कुछ बदलाव किया है। इसके बाद कई बुजुर्ग नेताओं के टिकट कटने की संभावनाएं कम हो गई हैं। भाजपा ने विधानसभा की एक-एक सीट पर नफा-नुकसान का मंथन कर रही है।
भाजपा पहले अधिक युवाओं को चुनावी मैदान में उतारने के मूड में थी। इससे लगभग 21 विधानसभा क्षेत्रों में युवा नेताओं ने पोस्टर-बैनर लगाकर दावेदारी शुरू कर दी थी। नए विचार के बाद अब युवा-बुर्जुग दोनों को टिकट में फोकस किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पार्टी ने कुछ बुजुर्ग विधायकों के सीटों पर आंतरिक सर्वे कराया है। इसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इन सीटों पर दावेदारी जता रहे युवा नेताओं के बजाय बुजुर्ग विधायक लोगों की पहली पसंद बताए गए।
ऐसे ताजा समीकरण के बाद पार्टी ने जिताऊ बुजुर्ग नेताओं पर दांव खेलने का मन बना लिया है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि जो भी जिताऊ कंडीडेट होंगे, चाहे वे बुजुर्ग हों या फिर युवा, उन्हीं को टिकट देने का निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा का 60 प्लस का नारा
पार्टी ने 60 प्लस सीट जीतने का नारा दिया है, इस लक्ष्य को पार करने के लिए विधानसभा क्षेत्रों के समीकरण पर फिट बैठने वाले दावेदारों के पैनल में पहले नाम पर होंगे। वैसे, अस्वस्थता के मामलों को छोड़कर अधिकतर बुजुर्ग नेता 2022 के विधानसभा चुनाव में भी टिकट की दौड़ में रहेंगे।
पिछली जीते बुजुर्ग नेता
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 60 साल से अधिक उम्र वाले 10 नेताओं को टिकट दिए थे। इन सभी ने जीत दर्ज की। इनमें देहरादून कैंट से हरबंस कपूर, कालाढुंगी से बंशीधर भगत, काशीपुर से हरभजन सिंह चीमा, अल्मोड़ा से रघुनाथ सिंह चौहान, डीडीहाट से विशन सिंह चुफाल, चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज, रामनगर से दीवान सिंह बिष्ट, रायपुर से उमेश शर्मा काऊ, लालकुंआ से नवीन दुम्का व कर्णप्रयाग से सुरेंद्र सिंह नेगी शामिल हैं।
उम्र नहीं बनेगी बाधक
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड टिकट आंवटन करता है। यह तो निश्चित है कि पार्टी जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट देगी। इसमें उम्र कोई बाधक नहीं बनेगी।