शिक्षा निदेशालय में बीएड टीईटी प्रशिक्षितों ने नियुक्ति की मांग को लेकर दिया धरना
देहरादून : बीएड टीईटी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति की मांग को लेकर सोमवार को शिक्षा निदेशालय में धरना दिया। प्रशिक्षितों के धरना-प्रदर्शन को 463 दिन हो गये हैं। लेकिन, सरकार ने उनकी मांग पर आज तक कार्रवाई नहीं की। इससे प्रशिक्षितों में आक्रोश है।
बीएड टीईटी (प्रथम उत्तीर्ण) प्रशिक्षित महासंघ के प्रदेश महासचिव बलवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रशिक्षित प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। सरकार ने नियुक्त मानकों में संशोधन कर टीईटी प्राप्तांक को मेरिट में जोड़ दिया। जबकि, टीईटी क्वालीफाइंग परीक्षा है, उसके अंक के आधार पर मेरिट तय नहीं की जा सकती है। मेरिट शैक्षिक योग्यता के आधार पर ही बनेगी। संगठन सरकार से नियमावली में किये गये बदलाव को रद कर पहले की तरह बीएड प्रशिक्षण वर्ष की वरिष्ठता के आधार पर मेरिट बनाकर नियुक्ति की मांग कर रहा है। मंत्रालय स्तर पर उन्हें आश्वासन मात्र दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा टीईटी उत्तीर्ण करने वालों में उनका पहला बैच था। उनकी टीईटी वैधता पूरी होने वाली है। लेकिन, अभी तक उन्हें नियुक्ति नहीं मिली। प्रशिक्षितों की सरकार से मांग है कि नियुक्ति के लिये जल्द से जल्द विज्ञप्ति जारी की जाय और प्रशिक्षण वर्ष की वरिष्ठता आधार नियुक्त दी जाये। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांग जल्द पूरी नहीं होती तो वह उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे। धरना देने वालों में प्रदेश महासचिव बलवीर सिंह बिष्ट, दिनेश कोहली, चन्द्र प्रकाश, सोहन लाल, बृजेश व्यास, महावीर सिंह चौहान, राजपाल रावत, अरविंद राणा, सुनील रावत, तनुजा पुंडीर, कविता नेगी आदि मौजूद थे।