12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में हुआ फैसला
-बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर (CoronaVirus second wave) के बीच छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 12वीं की बोर्ड परीक्षायें रद कर दी गई है। सीबीएसई (CBSE 12th Board exam) के बाद सीआइएससीई (CISCE 12th board exam), इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (ISC 12th baord exam) बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा रद कर दी है। मंगलवार की शाम 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद करने का फैसला खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
प्रधानमंत्री के इस फैसले के बाद अन्य राज्यों की भी 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद किए जाने की उम्मीद है, जिसमें हरियाणा बोर्ड ने भी अपने राज्य की बोर्ड परीक्षा रद कर दी है और यूपी, राजस्थान बोर्ड भी जल्द ही इस विषय में निर्णय लेंगे।
12वीं की बोर्ड परीक्षा रद किए जाने के संबंध में भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (CISCE) के अध्यक्ष डॉ जी इम्मानुएल ने कहा कि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (ISC) बोर्ड की 12 वीं की परीक्षा रद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि परीक्षा के रिजल्ट के बारे में अब अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। वहीं, सीआइएससीई के बोर्ड सचिव गेरी अराथून ने कहा कि कोविड की स्थिति को देखते हुए कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद कर दी गई है।
हरियाणा बोर्ड नहीं लेगा 12वीं की परीक्षा
हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से पैदा हालात के मद्देनजर राज्य में बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद करने का फैसला किया है. विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने के तरीके के बारे में हरियाणा सरकार जल्द फैसला करेगी। इसके साथ ही परीक्षा देने के इच्छुक विद्यार्थियों को इसका विकल्प दिया जाएगा और उनकी परीक्षाएं हालात ठीक होने पर लिया जाएगा।
यूपी बोर्ड भी जल्द ले सकता है निर्णय
यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा भी रद होने के पूरे आसार हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही इस संबंध में बैठक करके निर्णय लेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कोविड संक्रमण के दृष्टिगत सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा रद करने का निर्णय लिया है. सीएम योगी ने कहा कि यह निर्णय देश भर के छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है।
शिक्षा मंत्रालय को परीक्षाओं के बारे में
सुप्रीम कोर्ट को तीन जून तक देनी है जानकारी
बता दें कि शिक्षा मंत्रालय को परीक्षाओं के बारे में अपने फैसले की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को तीन जून तक देनी है। केंद्र सरकार ने 31 मई को सुप्रीम कोर्ट से परीक्षाओं पर निर्णय लेने के लिए दो दिनों का समय मांगा था। इससे पहले सीबीएसई ने 14 अप्रैल को कोरोना वायरस के मामलों में वृद्घि को देखते हुए कक्षा 10वीं की परीक्षा रद करने और कक्षा 12वीं की परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की थी।