Wed. Dec 17th, 2025

खीरगंगा के मुहाने पर जमा है 15 फीट मलबा, धराली में फिर मच सकती है तबाही

एनडीआरएफ की पांच सदस्यीय माउंट रेस्क्यू टीम करीब सात से आठ किमी के ट्रैक को पार करने पर खीरगंगा के उद्गम स्थल झींडा बुग्याल पहुंची। वहां पर टीम ने नदी के मुहाने की रेकी कर वीडियोग्राफी की।

Uttarkashi disaster 15 feet of debris deposited at mouth of Kheerganga stuck on two boulders may danger

शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो)। आपदा प्रभावित धराली गांव पर अभी भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। खीरगंगा के मुहाने पर अभी भी करीब 15 फीट मलबा पसरा है। मुहाने पर दो बोल्डर अटके हैं। ये दोनों अगर पानी के बहाव के साथ नीचे आते हैं तो उसके साथ वहां जमा मलबा दोबारा तबाही मचा सकता है। इसको लेकर एनडीआरएफ ने रिपोर्ट प्रशासन को दी है। एनडीआरएफ की पांच सदस्यीय माउंट रेस्क्यू टीम करीब सात से आठ किमी के ट्रैक को पार करने पर खीरगंगा के उद्गम स्थल झींडा बुग्याल पहुंची। वहां पर टीम ने नदी के मुहाने की रेकी कर वीडियोग्राफी की।

Uttarkashi disaster 15 feet of debris deposited at mouth of Kheerganga stuck on two boulders may danger
धराली के झींडा बुग्याल से लौटने के बाद टीम ने बताया कि अभी भी धराली पर खतरा मंडरा रहा है। एनडीआरएफ के अस्सिटेंट कमाडेंट आरएस धपोला ने बताया कि टीम के अनुसार खीरगंगा के मुहाने पर दो विशालकाय बोल्डर अटके हैं। इसके साथ ही उसके आसपास करीब 15 फीट मलबा जमा है। इन दोनों ने नदी के बहाव को कम किया हुआ है।
Uttarkashi disaster 15 feet of debris deposited at mouth of Kheerganga stuck on two boulders may danger
उन्होंने कहा कि अगर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एक बार फिर तेज बारिश या पांच अगस्त जैसी घटना होती है तो यह मलबा दोबारा नीचे आकर तबाही मचा सकता है। अगर यह नीचे आता है तो धराली को नुकसान होगा ही उसके साथ ही भागीरथी का प्रवाह भी रुक सकता है, इससे बड़ी झील बनने की आशंका है।
Uttarkashi disaster 15 feet of debris deposited at mouth of Kheerganga stuck on two boulders may danger
पहले से ही धराली में करीब 20 फीट मलबा जमा है। उसने नदी के प्रवाह को बदल दिया है। ऐसे में अब यदि और मलबा आता है तो स्थिति ओर विकराल हो जाएगी।
Uttarkashi disaster 15 feet of debris deposited at mouth of Kheerganga stuck on two boulders may danger
बता दें कि गत पांच अगस्त को खीरगंगा में आए सैलाब ने धराली को समाप्त कर दिया है। आपदा ने धराली के लोगों की 20 वर्षों की जो कड़ी मेहनत थी, उस पर पानी फेर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *