16 समाजसेवी उत्तराखण्ड रत्न से सम्मानित, पर्वतीय विकलांग सेवा संस्थान ने दिया सम्मान
-समाज सेवियों ने गरीबों, दिव्यांगों आदि को राशन, सेनिटाज़र, मास्क, भोजन आदि प्रदान कर सहयोग किया था। संस्थान ने जरूरतमंदो को 5 व्हील चेयर, ट्राइसिकल, बैसाखी व 25 राशन किट भी बांटे
देहरादून (Dehradun)। पर्वतीय विकलांग सेवा संस्थान ने कोरोना वायरस की रोकथाम मे उत्कृष्ट सहयोग के लिए 16 समाजसेवियों को उत्तराखंड रत्न (Uttarakhand rath) से सम्मानित (awarded) किया। इन्होंने गरीबों, दिव्यांगों आदि को राशन, सेनिटाज़र, मास्क, भोजन आदि प्रदान कर सहयोग किया था। संस्थान ने गुरुवार को जरूरतमंदो को 5 व्हील चेयर, ट्राइसिकल, बैसाखी व 25 राशन किट भी बांटे।
मुख्य अतिथि (chief guest) नगमा फारुख (magma farukh) ने कार्यक्रम की प्रसंशा की l विशिष्ट अतिथि समाजसेवी डॉ एस फारुख (Dr s farukh) ने संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन बाहरी (Gulshan bahri) की ओर से दिव्यांगों एवं निर्धनों के उत्थान के लिये किए जा रहे काम की सराहना की। इस अवसर पर एसपी सिटी श्वेता चौबे, ब्रिगेड. केजी बहल, जीएस आनन्द, आशा टम्टा, जनभारत मेल के सम्पादक गुरदीप सिंह टोनी, सेवा सिंह मठारू आदि मौजूद रहे।
इनको मिला सम्मान
उत्तराखण्ड रत्न अवार्ड प्राप्त करने वालों में रोटरी क्लब की अध्यक्ष नगमा फारुख, डॉ पीएस तनेजा, एमबीबीएस/एम डी नोडल ऑफिसर कोविड -19, समाजसेवी वेद प्रकाश दुग्गल, समाजसेवी कमलप्रीत कौर, समाजसेवी बलबीर नौटियाल, अध्यक्ष असहाय जन कल्याण समिति, समाजसेवी प्रतिभा जोशी, रौशनी धीमान, अर्चना सक्सेना, कविता थापा, राविया प्रवीण, डॉ नीरज उपाध्याय, नरेश नारंग, जितेंद्र डाडोना, आरके बख्शी, कुलदीप व मोहम्मद फारुख शामिल हैं।