काव्य साहित्य ग़ज़ल कवि/शाइर जीके पिपिल की एक गज़ल… सहर भी कब की हो गई आंखों में रात रह गई 4 months ago admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड गज़ल सहर भी कब की हो गई आंखों में रात रह…