कवि अभिषेक शर्मा की पुस्तक कलयुग संजीवनी का डा चिन्मय पांड्या ने किया लोकार्पण

–राष्ट्रीय गीत “वन्दे मातरम्” के हिंदी अनुवाद को भी पुस्तक में किया गया शामिल, पुस्तक अमेजॉन किंडल पटल पर उपलब्ध
देहरादून। कवि अभिषेक शर्मा की पुस्तक ‘कलयुग संजीवनी’ का लोकार्पण देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति उपकुलपति डॉ चिन्मय पंड्या ने शांति कुंज हरिद्वार में किया।
डॉ चिन्मय पंड्या लेखक अभिषेक के प्रयास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे लोग आधुनिक युग के बदलते परिवेश में मानव धर्म, न्याय, नीति, सदाचार, आस्था, आध्यात्म, सदभाव व सज्जनता को लोग जैसे भूल गए हैं, ऐसे में यह पुस्तक लोगों के हृदय को झंझो डे और उन्हें कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित करे, ऐसी मेरी कामना है।
लेखक अभिषेक शर्मा ने कहा कि “कलयुग संजीवनी” की मुख्य विशेषता यह है कि पाठकों की रुचि के अनुरूप इस पुस्तक में हिंदी में काव्य रूप में अनुवादित राष्ट्रीय गीत “वन्दे मातरम्” को भी विशेष स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुस्तक अमेजॉन किंडल पटल पर उपलब्ध है।
इस अवसर पर ओपी शर्मा (निवर्तमान एक्जीक्यूटिव दि ट्रिब्यून), कैलाश चंद्र शर्मा (प्रबंधक बिरला चैरिटेबल ट्रस्ट), अशोक कुमार, राहुल देव प्रजापति आदि मौजूद थे।