शिक्षकों ने जानी मशरूम उत्पादन की बारीकियां, कार्यक्रम में जनपदभर के शिक्षक हुए शामिल
-जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में जनपद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए आयोजित किया गया दक्षता विकास कार्यक्रम 2020-21

देहरादून (Dehradun)। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में जनपद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए दक्षता विकास कार्यक्रम 2020-21 के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के सहयोग से शिक्षकों को 3 दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण दिया गया।
शनिवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर डायट प्राचार्य राकेश जुगरान ने कहा कि किसी भी राष्ट्रीय अभियान का रास्ता विद्यालय से होकर ही जाता है। शिक्षकों और बच्चों की भूमिका हमेशा ही अग्रिम रही है। मिशन मशरूम भी एक नई ऊर्जा का संचार करेगी और बच्चों को भविष्य में आत्मनिर्भर बनने में रोजगार के रूप में सहायक हो सकती है। इसका मुख्य उद्देश्य एमड़ीएम भोजन में पौष्टिक आहार, छात्र-छात्राओं व समुदाय को रोजगारपरक प्रशिक्षण देना है।

उद्यान एवं प्रसंस्करण विभाग के मुख्य सन्दर्भदाता बीएन कोठियाल व शैलेन्द्र थपलियाल ने शिक्षकों को मशरूम उत्पादक प्रशिक्षण दिया। उन्होंने ढींगरी मशरूम, दूधिया मशरूम, बटन मशरूम तैयार करने की विधि बताई। मशरूम की उत्पादन विधि, उत्पादन के लिए आवश्यक सामग्री, उत्पादन तकनीकी, सावधानी व रखरखाव, आर्थिक पहलू को विस्तार से समझाया गया।
विभिन्न प्रजातियों एगेरिकस बाइ स्पोरस, प्लुरोटस प्रजाति, वाल्वेरियला, मिल्की में फल उत्पादन व कायिक वृद्धि के लिए आवश्यक तापमान की जानकारी दी गई।कम्पोस्ट बनाना, स्पानिग, केसिंग, मशरूम की तोड़ाई आदि के बारे में प्रशिक्षकों ने बताया। कार्यक्रम डायट प्राचार्य राकेश जुगरान के निर्देशन में हुआ। कार्यक्रम प्रभारी वरिष्ठ प्रवक्ता ममता राणा थी। संचालन शालिनी गुप्ता व ऋतु कुकरेती ने किया। इस अवसर पर संकाय से प्रियंका तोमर, अरुण थपलियाल व अन्य सदस्य मौजूद रहे।
