एक और उत्तराखंडी शीर्ष पद पर, मिली संघ लोक सेवा आयोग की कमान
देहरादून। देश में उच्च पद आसीन होने वाले उत्तराखण्डियों में एक नाम और जुड़ गया है, वह हैं प्रदीप जोशी का। प्रदीप जोशी को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की कमान सौंपी गई है। जोशी इस पद वर्ष 2022 तक कार्यरत रहेंगे।
प्रदीप इससे पहले मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रह चुके हैं। मूल रूप से अल्मोड़ा के जोशी खोला निवासी प्रदीप की उपलब्धि से उनके गांव सहित पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि प्रदीप ने अपने गांव-अपने परिवार के साथ जनपद अल्मोड़ा के साथ ही उत्तराखंड राज्य का नाम रोशन किया है।
यूपीएससी के नवनियुक्त चेयरमैन प्रदीप के पिता स्व कैलाश चंद्र जोशी भारतीय सेना में अधिकारी थे। पिता के कानपुर में बसने के कारण प्रदीप की शिक्षा-दीक्षा भी कानपुर में ही हुई। कालेज के दौरान प्रदीप उत्तर-प्रदेश विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष भी रहे। आपातकाल के दौरान सक्रिय भूमिका में होने के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा। पीएचडी करने के बाद प्रदीप ने बरेली कॉलेज के कॉमर्स विभाग में वर्ष 1979 से 2000 तक अध्यापन का कार्य किया। बरेली कालेज के बाद वह रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में एमबीए विभाग के डीन बने। उसके बाद उन्होंने दिल्ली नेशनल एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन में डायरेक्टर के पद पर कार्य किया। वर्ष 2015 में उन्हें संघ लोक सेवा आयोग का सदस्य बनाया गया था।