सैनिक स्कूल के कैडेट अमित राज ने यूं कुर्बान कर दी अपनी जान
-सैनिक स्कूल पुरलिया के कैडेट अमित राज ने बचाई तीन बच्चों की जान। आग में लिपटे घर से बच्चों को बाहर निकाल कर बचाया, इस साहसिक काम में अमित खुद 94 प्रतिशत जल गया….
हम सभी जानते हैं कि करीना कपूर दूसरे बच्चे की उम्मीद कर रही हैं, अनुष्का शर्मा भी उम्मीद कर रही हैं।
हम यह भी जानते हैं कि कौन सा अभिनेता कौन से डिजाइनर कपड़े पहनता है।
लेकिन क्या हमें यह जानने की परवाह है कि कैडेट अमित राज कौन थे?
मैं इसके लिए किसी को पूरी तरह से दोषी नहीं मानता। कुछ राष्ट्रवादी चैनलों व अख़बारों को छोड़कर हम सभी टीआरपी के भूखे चैनलों की खबरों पर अपना समय बर्बाद करते हैं, जो हमारे समाज में कभी भी कोई भी योगदान नहीं देता।
यह ह्रदय विदारक घटना 3 दिसम्बर की है… सैनिक स्कूल पुरुलिया के कैडेट अमित राज बिहार में अपने गृहनगर नालंदा में थे। सुबह 6 बजे जॉगिंग करते हुए उन्होंने पड़ोस में लोगों को चिल्लाते हुए सुना। उन्होंने देखा कि पड़ोसी के घर में आग लगी थी। बिना सोचे वह 3 बच्चों को बचाने के लिए घर में घुस गए, जो अंदर फंसे थे।
दो बच्चों को बचाते-बचाते वह 85% तक झूलस चुके थे, बावजूद इसके वे तीसरे बच्चे को बचाने का दृढ़ प्रतिज्ञा किया। हालाँकि वह तीसरे बच्चे को बचाने के स्थित में बिल्कुल भी नहीं थे। लेकिन, फिर भी आग से बुरी तरह से लिपटे घर में एक बार फिर प्रवेश कर गये, तीसरे बच्चे को बचाने के लिए तबतक वह 95% खुद को जला चुके थे। उनके इस अदभ्य साहस से तीनों बच्चे बच गए। अंततः उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। इस बहादुर जवान ने 13 दिसंबर 2020 को अपना अमूल्य जीवन मानवता की सेवा में बलिदान कर दिया।
एक भी मीडिया हाउस ने इस कहानी को कवर नहीं किया। आइए हम सोशल मीडिया की शक्ति का उपयोग करके इस बहादुर आत्मा का व्यक्तिगत रूप से सम्मान करें। इससे हमें बलिदान के मूल्यों की पहचान करने में मदद मिलेगी और भी अन्य लोगों को इनके बलिदान से प्रेरणा भी मिलेगी। #श्रद्धांजलि
गणेश चंद्र ध्यानी की फेसबुक वाल से