उत्तराखंड के बहादुर बच्चों के लिए मौका, राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2020 के लिए करें आवेदन
देहरादून। राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2020 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने प्रदेश के साहसी वीर बच्चों (जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों की जान बचाने में मदद की हो) से आवेदन मांगे हैं। आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है।
परिषद की महासचिव पुष्पा मानस व सयुंक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट ने बताया कि प्रदेश के वीर बच्चों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार प्राप्त करने का यह सुनहरा मौका है। पुरस्कार स्वयंसेवियों द्वारा दिये गए दान से आयोजित समारोह में प्रदान किये जाते हैं।
डीएम, एसएसपी व मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से ले आवेदन पत्र
परिषद की महासचिव पुष्पा मानस ने बताया कि 2020 के वीरता पुरस्कार के लिए जो पात्र बच्चे आवेदन करना चाहते हैं। वह अपना आवेदन-पत्र तीन प्रतियों में उचित माध्यम से उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद के “बाल-भवन, आमवाला तरला, ननूरखेड़ा,रायपुर रोड,देहरादून” पते पर 30 सितंबर तक भेज सकते हैं। घटना से संबंधित सभी साक्ष्यों जैसे मेडिकल रिपोर्ट, अखबार की कटिंग, अधिकारियों की आख्या, जन्मतिथि प्रमाण, फोटोग्राफ, घटना की कहानी 250 शब्दों में व मोबाइल नंबर आवेदन पत्र के साथ जरूर दें। वीरता पुरस्कार के लिए आवेदन-पत्र प्रत्येक जनपद में डीएम कार्यालय, एसएसपी कार्यालय व मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से ले सकते हैं।
आवेदनों की होगी जांच पड़ताल
परिषद के अवैतनिक संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद भट्ट ने बताया कि आवेदन करने वाले बहादुर बच्चों की वीरता से संबंधित कार्यों की स्थलीय जांच पड़ताल जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व मुख्य शिक्षा अधिकारी के माध्यम से होगी। पड़ताल के बाद अंतिम चयन के लिए आवेदन पत्र भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली भेजे जाएंगे।
आवेदन के लिए अन्य जरूरी बातें
परिषद कार्यालय में निर्धारित आवेदन पत्र पहुँचने की अंतिम तिथि- 30 सितंबर 2020,
आवेदक बच्चे द्वारा साहसिक कार्य/घटना की अवधि..01 जुलाई 2019 से 30 सितम्बर 2020 के बीच होनी चाहिए।
बच्चे की आयु…6 वर्ष से 18 वर्ष।
यह है पुरस्कार की श्रेणी
भारतीय बाल कल्याण परिषद ‘भारत अवॉर्ड’- 1,00,000 रुपए
भारतीय बाल कल्याण परिषद (ध्रुव, मार्कण्डेय, श्रवण, प्रह्लाद, एकलव्य, अभिमन्यु अवॉर्ड)- प्रत्येक 75,000 रुपए
जनरल अवार्ड- प्रति 40,000 रुपए
कुल 25 पुरस्कार प्रदान किये जाए हैं। बहादुर बच्चों को राष्ट्रीय पुरस्कार में नकद राशि के अलावा गोल्ड, सिल्वर मैडल व प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। साथ ही प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों से मुलाकात व नई दिल्ली के ऐतिहासिक दर्शनीय स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।