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दो दिन की हड़ताल पर गए बैंक कर्मचारी, प्रदर्शन कर जताया आक्रोश

देहरादून: महज दो प्रतिशत के वेतन समझौते से गुस्साए बैंककर्मी आज से दो दिन की हड़ताल पर चले गए। पूरे प्रदेश भर के बैंकों में कामकाज ठप रखा गया और कर्मचारियों व अधिकारियों ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के प्रति आक्रोश जताया। बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के चलते एटीएम में कैश नहीं डाला जाएगा। इससे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।

देहरादून में उत्तरांचल बैंक एम्प्लाइज यूनियन के कर्मचारियों ने परेड ग्राउंड से घंटाघर तक निकली रैली। इससे पहले सभी बैंकों के कर्मचारी परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए। यूनियन के प्रदेश संयोजक जगमोहन मेंदीरत्ता ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।

उन्होने कहा कि केंद्रीय प्रबन्धन और सरकार मिलकर बैंक कर्मचारियों का हक मार रही है। बैंक लगातार मुनाफा कमा रहे है, लेकिन उसके बावजूद भी कर्मचारियों की पगार बढ़ाने पर कंजूसी बरती जा रही है। बैंक के उच्च अधिकारी ही अपने अधिकारों का गलत फायदा उठाकर करोड़ो रूपये के ऋण जारी कर रहे है, जिसका खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है।

जगमोहन ने साफ कहा कि बैंक के शीर्ष पदों पर बैठे अधिकारियों की सीबीआई जांच होनी चाहिए। इस दौरान बैंक यूनियन के हरिओम रेखी, प्रमोद रंजन, पीआर कुकरेती, संजय उनियाल, गिरिधर बिष्ट समेत बड़ी संख्या में बैंक कर्मी मौजूद रहे।

ऋषिकेश में रेलवे रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा के बाहर बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों ने प्रदर्शन किया। बैंक यूनियन के ऋषिकेश शाखा से जुड़े बीएम शर्मा ने कहा कि सरकार बैंक कर्मचारियों की जरूरी मांगों की लगातार अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि यही रवैया रहा तो कर्मचारी इस आंदोलन को और उग्र करेंगे। इस अवसर पर महेश चिटकरिया। मनीष मिश्रा, मनजीत, एसके शर्मा, विवेक अवस्थी आदि मौजूद थे।

अल्मोड़ा में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले दो दिवसीय हड़ताल पर गए बैंक कर्मियों ने वित्तमंत्री पर जमकर निशाना साधा। आरोप लगाकर कहा की सरकार का जो निर्देश मिला। उसके अनुसार हमने मेहनत से काम किया। इसके बाद भी सरकार अब वेतन वृद्धि के नाम पर 2 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करने का फरमान सुना रही है। जिसका कड़ा विरोध किया जाएगा।

एसबीआई की मुख्य शाखा के गेट पर प्रदर्शन के दौरान एसबीआइ ऑफिसर्स एसोसिएशन के रिजनल सचिव मोहनचंद्र कांडपाल ने कहा की सरकार के निर्देशों का हमने हमेशा पालन किया। नोटबन्दी के दौरान 24 घण्टे सेवाएं दिन। ऐसे में वित्तमंत्री का यह कहना की बैंक घाटे में जा रही। इसके लिए वेतन नही बढ़ाया जा सकता, बहुत ही शर्मनाक है।

इस मौके पर कर्मचारी यूनियन के ललित मोहन पंत, नरेश रावत, प्रफुल्ल जोशी, अनूप सह, ऋचा जैन, नेहा, आरबी टम्टा, सुभाष टम्टा आदि मौजूद रहे।

महज दो फीसद वेतन बढ़ोतरी और अन्य मांगों को लेकर नाराज बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से कुमाऊं में सभी बैंकों में ताले पड़े हुए हैं। बैंकिंग कामकाज ठप होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों में नकदी जमा, निकासी, चेक क्लियरेंस आदि काम नहीं हो रहे हैं।

हालांकि बैंक कर्मचारियों ने एक माह पहले ही हड़ताल का एलान किया था, इस कारण अधिकांश लोगों को पूर्व से ही बैंक बंदी की सूचना है। हल्द्वानी में नैनीताल रोड स्थित एसबीआई की मुख्य ब्रांच के बाहर बैंक कर्मचारियों ने अपने मांग के समर्थन में नारेबाजी की। हालांकि बैंक कर्मचारियों ने एटीएम को भी बंद रखने की बात कही है। इससे लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कुमाऊं में करीब 500 से एटीएम हैं।

नैनीताल जिला मुख्यालय के दो दर्जन सरकारी व निजी बैंक शाखाओं में ताले लटके हैं। फोरम के संयोजक प्रवीण साह के नेतृत्व में बैंक कर्मी मल्लीताल में स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में जमा हुए और प्रदर्शन किया। इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई।  एकस्वर से वेतन वृद्धि की मांग की।

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