उत्तराखंड में एलटी के लिए बीएड की अनिवार्यता खत्म, आदेश जारी
-मुख्यमंत्री ने मामला संज्ञान में आने के बाद की संस्तुति। अब कला विषय के लिए नहीं होगी बी एड की अनिवार्यता
देहरादून (Dehradun)। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) ने बेरोजगार युवाओं के हित को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। शिक्षा विभाग (education department) में एलटी पदों पर होने वाली भर्ती के लिए कला विषय के अभ्यर्थियों के लिए बीएड की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। आज इसके आदेश (order) भी जारी हो गए हैं।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने नियमावली में कला विषय (drawing and painting) के अभ्यर्थियों के लिए पहली बार बीएड की बाध्यता को अनिवार्य किया था। ऐसा होने से उन अभ्यार्थियों को एलटी भर्ती परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिलता था, जिन्होंने बीएड नहीं किया था। कला विषय प्रयोगात्मक विषय है, इसलिए अब तक उत्तराखंड में B.Ed की अनिवार्यता कला विषय के लिए नहीं थी। लेकिन, पहली बार B.Ed की अनिवार्यता रखी गई थी। मामला मुख्यमंत्री के पास गया, तो मुख्यमंत्री ने इसका हल निकाला और कला विषय के लिए बीएड की अनिवार्यता खत्म करने की संस्तुति दे दी। मुख्यमंत्री की संस्तुति के बाद शिक्षा सचिव ने आदेश जारी कर दिया है। कला विषय में स्नातक अंतिम वर्ष तक ड्राइंग एंड पेंटिंग विषय के साथ जो अभ्यार्थी पास होगा, वह इस बार एलटी भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकता है। इसके साथ एम ए ड्राइंग पेंटिंग वाले छात्र भी सीधे प्रवक्ता पद के लिए आवेदन कर सकेंगे, उन्हें भी बीएड की जरूरत नहीं होगी।
उत्तराखंड सेवा अधीनस्थ चयन आयोग नई विज्ञप्ति करेगा जारी
उत्तराखंड सेवा अधीनस्थ चयन आयोग ने 1428 ज्यादा पदों पर विज्ञप्ति जारी की थी, अब आयोग कला विषय के अभ्यर्थियों के लिए दोबारा आवेदन मांगेगा। आयोग के सचिव संतोष बडोनी का कहना है कि जैसे ही आयोग को शासन की ओर से नई नियमावली मिलेगी, उसके 4 से 5 दिन के अंदर कला विषय के अभ्यर्थियों के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी।