जिन्दगी से शिकायत करने की अपेक्षा जो प्राप्त है, उसका आनंद लेना सीखो
भगवद चिन्तन
यूँ तो अधिकांश लोग जिन्दगी से शिकायत किया करते हैं। मगर बहुत थोड़े ही लोग हुआ करते हैं जो शिकायतों में भी हँसकर जिया करते हैं। जिन्दगी से हमारी शिकायतों का कारण अभाव नहीं अपितु हमारा स्वभाव है। हम सिर्फ खोने का दुःख मनाना जानते हैं पाने की ख़ुशी नही। ख़ुशी के लिए काम करोगे तो ख़ुशी ही मिले, यह निश्चित नहीं मगर खुश होकर काम करोगे तो ख़ुशी अवश्य मिलेगी।
जिन्दगी से शिकायत करने की अपेक्षा जो प्राप्त है, उसका आनंद लेना सीखो। यही जीवन की वास्तविक उपलब्धि है।
तकदीर के लिखे पर कभी शिकवा न कर
तू अभी इतना समझदार नहीं कि
ईश्वर के इरादे समझ सके।