जीवन में सफलता का अचूक मंत्र, जो सलाह दूसरों को देते हैं उस खुद चलें
भगवद् चिंतन
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सही अर्थों में सफलता इस बात से नहीं मापी जाती कि हमने जिंदगी में कितनी ऊँचाई हासिल की है, अपितु इस बात से मापी जाती है कि हम जिंदगी की राहों में कितनी बार गिर कर खड़े हुए हैं। किसी व्यक्ति की सफलता का आंकलन उसकी गिर कर उठने की क्षमता से ही किया जाता है।
सफलता कुछ कर सकने की इच्छा से आती है और असफलता कुछ न कर सकने की इच्छा से आती है। यदि जीवन में इच्छाशक्ति है तो सफलता है और इच्छाशक्ति नहीं है तो सफलता भी असंभव है।
सफल जीवन और असफल जीवन में बल और बुद्धि का अंतर नहीं होता। बल और बुद्धि तो असफल लोगों में भी बहुतायत में मिल जाती है। लेकिन, उनमें यदि किसी बात का मुख्य अंतर है तो वो है, दृढ़ इच्छा शक्ति।
जीवन में सफलता पाने का अचूक मंत्र यह भी है कि हम बस उन सलाहों पर चलते रहें जो सलाह हम अक्सर लोगों को दिया करते हैं।
जिस दिन आदमी अपने ओर से दूसरों को दी जाने वाली सलाह पर चलना सीख जायेगा, उसी दिन उसकी सफलता भी सुनिश्चित हो जायेगी।