तो समझ जाना आपका जीवन एक आदर्श जीवन बनने वाला है…
भगवद चिन्तन
अपने में विश्वास हो, अपनों में विश्वास हो और प्रभु में विश्वास हो तो समझ जाना आपका जीवन एक आदर्श जीवन बनने वाला है। विश्वास में अदभुत सामर्थ्य है। कहते हैं कि विश्वास से तो ईश्वर भी प्राप्त हो जाते हैं फिर भला अपनों का प्यार क्यों प्राप्त नहीं होगा? अगर विश्वास है तो बंद द्वार भी खुल जाता है।
याद रखना ये दुनिया भी बिना विश्वास के नहीं मिल सकती। हम हॉस्पिटल जाते हैं और चुपचाप बैड पर लेट जाते हैं। हमें दिख रहा है कि डाक्टर के हाथों में चाकू, कैंची आदि है फिर भी हमारा उसके प्रति विश्वास ही है कि आँपरेशन या अन्य शल्य चिकित्सा के लिए हम बिना घबराहट पड़े रहते हैं।
विवेकानंद जी से किसी ने पूछा कि वो क्या है, सब कुछ चले जाने के बाद जिसके भरोसे पुनः सब कुछ पाया जा सकता है। उन्होंने कहा ‘विश्वास’। स्वयं पर विश्वास, अपने कर्म पर विश्वास, और परमात्मा पर विश्वास रखने से सब कुछ वापिस मिल सकता है।