दूसरी कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की ब्रिटेन ने दी मंजूरी, बना मंजूरी देने वाला दुनिया का पहला देश, भारत ने बुलाई बैठक
-ब्रिटेन दुनिया का पहला देश बन गया है, जिसने कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दी है क्योंकि यह वैक्सीन, नए कोविड स्ट्रेन जो अत्यधिक संक्रामक है और ठंड में तेजी से बढ़ता है, के खिलाफ लड़ता है।
*ब्रिटेन के वैक्सीन को मंजूरी देते ही भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय बुलाई आवश्यक बैठक
ब्रिटेन ने बुधवार 30 दिसंबर (आज) को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca-Oxford) की ओर से विकसित कोरोनो वायरस (Coronavirus) वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही ब्रिटेन दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने इस वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दी है क्योंकि, यह वैक्सीन, नए कोविड स्ट्रेन (New Covid-19 Strain) जो बहुत अधिक संक्रामक है और ठंड में तेजी से बढ़ता है, के खिलाफ लड़ती है। ब्रिटेन में इस्तेमाल की मंजूरी पाने वाली यह दूसरी वैक्सीन है, इससे पहले फाइजर-बायोएनटेक (Pfizer and BioNTech) की वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। दूसरी तरफ, ब्रिटेन के मंजूरी देते ही भारत सरकार ने स्वास्थ्य मंत्रालय ने अभी अभी आवश्यक बैठक बुलाई है। बैठक में ब्रिटेन से वैक्सीन मंगाने को लेकर विचार विमर्श होना बताता जा रहा है।
ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि सरकार ने आज ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी/एस्ट्राजेनेका के COVID-19 वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए अधिकृत करने के लिए मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है।
17 लाख लोगों की हो चुकी है मौत
एक साल पहले चीन के वुहान शहर से शुरू होने वाली कोरोना महामारी की वजह से दुनिया भर में 17 लाख लोगों की मौत हो चुकी है, इसके साथ महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है और अरबों लोगों के जीवन को खतरे में डाला है।