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दोस्तों के बहकावे में करियर चुनाव के लिए कन्फ्यूज न हों युवा

-राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज बुरांसखंडा में विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान का नोबेल जीतने वाले पहले भारतीय वैज्ञानिक भारत रत्न सीवी रमन को किया याद।

संकलन-कमलेश्वर प्रसाद भट्ट

(रायपुर ब्लॉक देहरादून) के दुर्गम क्षेत्र स्थित राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज बुरांसखंडा में विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान का प्रथम नोबेल पुरस्कार जीतने वाले भारतीय वैज्ञानिक भारत रत्न सीवी रमन को स्मरण करते हुए द्वीप प्रज्जवलन के बाद छात्रों की कॅरियर कॉउंसलिंग की गई। मुख्य वक्ता नगर पालिका परिषद मसूरी के अधिशासी अधिकारी (हाल ही में लोक सेवा आयोग की परीक्षा से चयनित) आशुतोष सती ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कॅरियर कॉउंसलिंग की अहमियत को बताया। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट लाइफ जिन्दगी की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होती है, आज की नवीन शिक्षा प्रणाली में तो भयमुक्त वातावरण के साथ वास्तव में विद्यालय आनंदालय ही हैं। हमें ईश्वर के साथ ही अपने पैरेंट्स का भी धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए, जिन्होंने भागमभाग के इस माहौल में हमें शिक्षा ग्रहण करने का अवसर प्रदान किया है। हमें पैरेंट्स और गुरुजनों के विश्वास को जीतकर अपने भविष्य को सुरक्षित करना होगा।

बच्चों की काउंसलिंग करते हुए सती ने कहा कि हर कोई अपनी लाइफ में सफल होना चाहता है, किन्तु यह जरूरी नहीं कि सभी को सफलता मिले ही। यही वक्त है, जब आपको अपने करियर का सही चयन करना है। तब चाहे सब्जेक्ट से सम्बंधित हो व कोई अन्य। यह भी देखने में आता है की अधिकांश अपने करियर को लेकर कन्फ्यूजन में रहते हैं। आप सौभाग्यशाली हैं कि आपको जहाँ पैरेंट्स का सानिध्य प्राप्त है। वहीं, अनुभवी गुरुजनों का आशीर्वाद भी। अपनी योग्यता व रूचि के अनुसार आप जो बनना चाहते हैं, निःसंदेह आप बन सकते हैं। समय रहते आप कॅरियर काउन्सलर की मदद भी ले सकते हैं। लक्ष्य हासिल करने के लिए आपको नकारात्मकता को छोड़कर सकारात्मक सोच बनानी होगी।

शिक्षक परिवार से विद्या मंदिर और राजकीय विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर सती के बड़े भाई हेमन्त सती भी आईएएस के रूप में देश को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बचपन की यादें साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं भी इसी तरह के परिवेश से आगे बढ़ा हूँ। हम अपना लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करें तो निश्चित रूप से हमें उसका प्रतिफल प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए कभी भी अभाव अर्थात संसाधन आड़े नहीं आते। जरूरत है दृढ़ इच्छाशक्ति की।

बच्चों के साथ चर्चा-परिचर्चा के दौरान कहा कि आज हर क्षेत्र में व्यक्तित्व का मापन सामान्य ज्ञान से हो रहा है। किसी भी प्रतियोगिता में व्यवहारिक ज्ञान जरूरी है। हमारे बच्चे इस दौड़ में पीछे न रह जाएं, उन्हें समाज उपयोगी सम्वन्धी जानकारी अवश्य होनी चाहिए। बच्चों के अनुशासन की तारीफ करते हुए सती ने कहा कि भविष्य में अच्छा अनुशासन ही आपके जीवन में सफलता की बुनियाद सिद्ध होगी।

आईआरडीई के सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित तीन विषयों में एमएससी) बालकृष्ण डोभाल ने बच्चों के साथ “उत्कृष्ट भविष्य के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण-परंपराओं का सामंजस्य” विषय पर चर्चा की। विद्यालय के प्रवक्ता एनवी पन्त, प्रियंका घनस्याला, नेहा बिष्ट व जीवी सिंह के सहयोग से बच्चो ने विज्ञान की बारीकियों को साझा किया। उन्होंने कहा “यह सत्य है कि मनुष्य का एक संघर्षमय जीवन है। किन्तु सच यह भी है कि इस संघर्ष में जीतते वही हैं, जिनका आत्मबल ऊँचा हो। समय का पालन, नियमितता, धैर्य एवं आत्मबल इस सच्चाई के पर्यायी हैं।” रोज बड़े बुजुर्गों का स्मरण, माता-पिता व गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त कर व्यायाम करें। समय का पालन, नियमितता एवं धैर्य ऐसे गुण हैं, जो निश्चित तौर पर लक्ष्य हासिल करने में आपके मददगार साबित होंगे।

काउंसलिंग के दौरान प्रधानाचार्य दीपक नेगी ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें सुनहरे भविष्य की राह दिखाई। उन्होंने बताया कि विद्यालय विकास एवं छात्र कल्याण समिति का मुख्य उद्देश्य पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, उनमेें सुरक्षा की भावना को विकसित करने के साथ ही उनका भविष्य भी सुरक्षित करना है। हाल की घटनाओं ने हमारी, खासकर शिक्षकों की जिम्मेदारी और भी बढ़ा दी है, विशेषकर बालिकाओं को वासना के भूखे भेड़ियों से बचाने की। हम सौभाग्यशाली हैं कि इस तरह की घटनाएं हमारे परिवेश में नहीं हैं, किन्तु हमें सजग तो रहना होगा, इसके लिए स्वयं आदर्श प्रस्तुत कर समाज व अभिभावकों का सहयोग भी जरूरी है, बढ़ती उम्र में बालक-बालिकाओं को मनोवैज्ञानिक ढंग से अपडेट किया जाना आवश्यक समझा जाता है। विद्यालय स्टॉफ द्वारा समय-समय पर विषय-विशेषज्ञों को आमंत्रित कर काउंसलिंग की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने कहा कि विभाग भी इस संवेदनशील मुद्दे पर चिंतनशील है, इसी उद्देश्य से बच्चों की काउंसलिंग की जा रही है।

पीटीए अध्यक्ष सुमेर भण्डारी ने कहा कि बुरांसखंडा में बिषम भौगोलिक परिस्थितियों के बाबजूद बच्चों में पढ़ाई की ललक और आगे बढ़ने की चाहत की भावना देख, विद्यालय स्टॉफ व अभिभावक उनके लिए समय-समय पर जरूरी संसाधन जुटाने का भरपूर प्रयास करता है, अभिभावकों की ओर से विद्यालय परिवार के प्रयास व स्वयंसेवियों के सहयोग के लिए हम आभार प्रकट करते हैं। वरिष्ठ प्रवक्ता नंदाबल्लभ पंत द्वारा आगंतुक अतिथियों व स्वयंसेवियों का आभार व्यक्त किया गया, उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय परिवार हर सम्भव प्रयासरत है। इस प्रकार का सहयोग निश्चित रूप से अनुकरणीय है, इससे प्रेरणा लेकर भविष्य में बच्चे राष्ट्रीय कार्यक्रमों को गति प्रदान करते हुए समाज सेवा के लिए तत्पर होंगे, ऐसा विश्वास है।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए विद्यालय के प्रवक्ता कमलेश्वर प्रसाद भट्ट ने बढ़ती उम्र में बालक-बालिकाओं के स्वास्थ्य-पोषण व उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमें अपने माता-पिता और शिक्षकों का विश्वास जीतना होगा। कभी भी किसी आकस्मिक घटना को सबसे पहले माता-पिता व गुरुजनों से साझा करें। हर समस्या का समाधान सम्भव है।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि अधिशासी अधिकारी आशुतोष सती, विशिष्ट अतिथि अवकाश प्राप्त वरिष्ठ वैज्ञानिक बालकृष्ण डोभाल, पीटीए अध्यक्ष सुमेर भण्डारी, प्रधानाचार्य दीपक नेगी, प्रवक्ता नंदाबल्लभ पन्त, राजकुमार चौहान, विद्यालय करियर काउन्सलिंग सेल के प्रियंका घनस्याला, कमलेश्वर प्रसाद भट्ट, प्रवक्ता रीना तोमर, नेहा बिष्ट, जेपी नौटियाल, जीबी सिंह, मनीषा शर्मा, सुमन हटवाल, प्रवीण, राकेश व अभिभावकों जशोदा, मीना, रामकली आदि ने कार्यक्रम में भागीदारी के साथ बच्चों का मनोबल बढ़ाया।

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