धर्मांतरण को लेकर छांगुर गिरोह के पांच लोगों पर मुकदमा, युवती भी शामिल
एक व्यक्ति का कहना था कि उनकी बेटी का कई दिनों से व्यवहार बदला हुआ लग रहा था। उन्हें शक हुआ तो उन्होंने बेटी से पूछताछ की, इसके बाद मामला खुला। पता चला कि उसके संपर्क में कुछ मुस्लिम युवक-युवतियां हैं, जो उसे तमाम तरह का प्रलोभन देकर धर्म बदलवाने की कोशिश कर रहे हैं।
शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो)। युवाओं का धर्मांतरण कराने की कोशिश कर रहे छांगुर बाबा गिरोह के पांच लोगों के खिलाफ पुलिस ने रानीपोखरी थाने में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से अब्दुल रहमान नाम के व्यक्ति को बृहस्पतिवार को यूपी एटीएस पूछताछ के लिए साथ ले गई थी। पुलिस ने यह कार्रवाई रानीपोखरी क्षेत्र के एक कारोबारी की शिकायत पर की। आरोपियों ने उनकी बेटी का भी धर्मांतरण करने की कोशिश की थी। यह रैकेट इंस्टाग्राम के माध्यम से चलाया जा रहा है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यूपी एटीएस ने दून पुलिस से संपर्क किया था। एटीएस ने अब्दुल रहमान और डोईवाला से मरियम नाम की युवती को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। सूचना के आधार पर देहरादून पुलिस ने टीम गठित की और मामले की गहन पड़ताल शुरू की। इस दौरान कुछ संदिग्ध इंस्टाग्राम आईडी की निगरानी की गई। इस काम में एसटीएफ का भी तकनीकी रूप से सहयोग लिया गया।
उत्तराखंड से संबंधित इंस्टाग्राम आईडी की पड़ताल की गई तो यह रानीपोखरी क्षेत्र की युवती की निकली। पता चला कि यह युवती शंकरपुर से हिरासत में लिए गए अब्दुल रहमान के संपर्क में थी। उससे पूछताछ की गई तो उसने सभी जानकारी पुलिस को उपलब्ध कराई। उसके कारोबारी पिता को इस बारे में बताया गया। उनकी शिकायत पर सहसपुर के शंकरपुर के रहने वाले अब्दुल रहमान, मुजफ्फरनगर निवासी अबु तालिब, दिल्ली कनाट प्लेस निवासी अयान व अमन और गोवा निवासी युवती श्वेता के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इन सब जगह पुलिस टीम रवाना कर दी गई है।
बेटी पर शक हुआ तो की पूछताछ
एसएसपी ने बताया कि कारोबारी की बेटी 21 वर्ष की है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी का कई दिनों से व्यवहार बदला हुआ लग रहा था। उन्हें शक हुआ तो बेटी से पूछताछ की। पता चला कि उसके संपर्क में कुछ मुस्लिम युवक-युवतियां हैं, जो उसे तमाम तरह का प्रलोभन देकर धर्म बदलवाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बेटी का फोन देखा तो उसमें भी कई एकाउंट पर इस तरह की वीडियो दिखाई दीं, जिनमें उनके धर्म को लेकर अनरगल बातें करते हुए आरोपियों ने अपने धर्म को श्रेष्ठ बताया था।
