वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक रचना … जो बेअसर रहीं उन दुआओं को भी याद करना
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ग़ज़ल जो बेअसर रहीं उन दुआओं को भी याद करना सिर्फ़…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ग़ज़ल जो बेअसर रहीं उन दुआओं को भी याद करना सिर्फ़…
गीता पति ‘प्रिया’ पश्चिम बंगाल मित्र लेखन की सुंदर वाटिका में, मित्र कहां तक छुपोगे…
सुलोचना परमार उत्तरांचली देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————— अग्नि परीक्षा दौर कोई भी रहा यहां पर अग्नि…
डॉ अजय सेमल्टी गढ़वाल विवि, श्रीनगर गढ़वाल —————————————————————— वो कहता है वो कहता है कि,…
आलोक रंजन कैमूर,बिहार ———————————————————— किस नज़र से मुंह पर हाथ रख कर कुछ औरतें घर…
ज्योत्स्ना जोशी देहरादून, उत्तराखंड ——————————– मैं वो थी जो तुमसे जुदा हुई थी वो मैं…
धर्मेंद्र उनियाल धर्मी अल्मोड़ा, उत्तराखंड ————————————————— तो फिर समझो चुनाव नज़दीक है। जब जब जनता…
जसवीर सिंह ‘हलधर’ देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————- कविता-आहत हिंदुस्तान भारत माता आहत है अब पाकिस्तानी नारों…
नवीन जोशी टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड कुन्नुर बिटि जु घरवाळि अर दगड़्यों संग बौड़ी नि ऐनी,…
आलोक रंजन कैमूर, बिहार ————————————————— भुला रहे हो न कुछ बोलो कुछ तो सच बोलो,…