केंद्रीय पेंशनर्स ने समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सभा सांसद महेन्द्र भट्ट से लगाई गुहार
देहरादून। दून केन्द्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन की ओर से वेलनेस सेन्टर की भारी कमी व अन्य गंभीर समस्याओं के कारण हो रही परेशानियों के लिये सात सूत्री मुख्य मांगों को लेकर उत्तराखण्ड के सांसदों को ज्ञापन दिये गये।
मुख्य सात मांगों में पहाड़ी राज्यों के लिये सीजीएचएस सम्बंधी संसदीय समिति की सिफारिशों को लागू करना, मन्त्रालय के अनुमोदन व निर्देशों के क्रम में हल्द्वानी में अतिशीघ्र विलनेश सेंटर खोलना, दून स्थित सर्वे डिस्पेंसरी, हाथी बड़कला को सीजीएचएस में विलय, रायपुर स्थित ऑडिनेश फेक्टरी डिस्पेंसरी को सीजीएचएस में विलय, कोटद्वार, श्रीनगर व हरिद्वार में वेलनेस सेंटर खोलना, स्थानीय अधिकृत कैमिष्ट सम्बंधित प्रक्रिया अविलम्ब शुरू करने, चिकित्सकों की भारी कमी को दूर करना शामिल है।
ज्ञापन देने वालों में दून केन्द्रीय पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रबंध कार्यकारिणी सदस्यों में संयोजक बीएस नेगी, अध्यक्ष रविन्द्र दत्त सेमवाल, सलाहकार डीपी बहुगुणा व राजेन्द्र प्रसाद शास्त्री, मीडिया प्रभारी- स्वामी एस. चन्द्रा शामिल रहे।
ज्ञापन पर चर्चा करते हुए भट्ट ने विश्वास दिलाया कि आगामी शीतकालीन सत्र में पूरी कोशिश रहेगी इस विषय को संसद में रखने की और साथ ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी चर्चा करूंगा। मीडिया प्रभारी स्वामी एस. चन्द्रा ने बताया कि उत्तराखण्ड के सभी सांसदों के माध्यम से सीजीएचएस के लगभग 64 हजार पेंशनभोगियों की मार्मिक समस्याओं को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है, क्योंकि यहां की भौगोलिक परिस्थिति अन्य प्रदेशों से भिन्न है l