अपडेट, चमोली हादसा: रविवार (आज) को मिले 10 शव, दो उत्तराखंड निवासी
-पिछले रविवार को रैणी गांव में ग्लेशियर टूटने के बाद हुआ था हादसा। ऋषि गंगा पर बना बैराज भी टूट गया था। हादसे में 204 लोग हुए थे लापता। अब तक मिले 48 शव।
देहरादून (Dehradun)। उत्तराखंड के चमोली में हुए ग्लेशियर (chamoli gleciar incident) हादसे में शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। आज रविवार की अभी तक 10 शव (3 dedbody s recovered) मिल चुके हैं। 5 शव तपोवन टनल और 5 शव रैणी गांव के मलबे से मिले हैं। इनमें से दो शवों की पहचान हुई है। दोनों उत्तराखंड के निवासी थे।
जिला प्रशासन (district administration) से मिली जानकारी के अनुसार सुबह मिले दोनों शव उत्तराखंड के निवासी थे। शवों की पहचान अनिल सिंह निवासी कालसी और आलम सिंह निवासी लोयर गांव गूलर घाटी के रूप में हुई है। आलम सिंह सीनियर इलेक्ट्रॉशियन था। जबकि, अनिल वेल्डर था। सुरंग में फंसे और लोग कुछ दूर हो सकते हैं। दोपहर तक 10 शव मिल चुके हैं।तलाशी अभियान जारी है।
अब तक मिले 41 शव
रैणी और तपोवन क्षेत्र से 38 व सुरंग से 3 शव मिल चुके हैं। आपदा के बाद से अब तक 41 शव मिल चुके हैं। सुरंग में फंसे 32 लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरफ की टीमें मलबा निकलाने में लगी हुई हैं।
रविवार सुबह पांच बजे सुरंग के अंदर से मिले दो शव
तपोवन में सुरंग के अंदर से दो शव सुबह 5 बजे बरामद हुए। चमोली थाना प्रभारी जोशीमठ सतेंद्र सिंह ने बताया कि पहला शव सुबह करीब पांच बजे मिला। थोड़ी दूरी पर दूसरा शव बरामद हुआ। 33 लोगों की खोज अभी भी जारी जारी है। चार लोग और दिखाई दे रहे हैं। उन तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
डीएम और एसपी ने किया बैराज साइड का निरीक्षण
तपोवन में दो शव मिलने के बाद डीएम स्वाति भदौरिया और एसपी यशवंत सिंह चौहान ने बैराज साइड का निरीक्षण किया। उनके साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौजूद रहीं। डीएम का कहना है कि तलाश अभियान तेजी से चल रहा है। बैकअप में सात एंबुलेंस, पोस्टमार्टम टीम और एक हेलीकॉप्टर भी रखा गया है। यदि कोई भी व्यक्ति जीवित बरामद किया जाता है तो उसे तत्काल इलाज देने की व्यवस्था की गई है।