चंपावत उपचुनाव: मुख्यमंत्री धामी ने दाखिल किया नामांकन, किया विकास का वादा
-उत्तराखंड में चंपावत उपचुनाव पार्टी के तमाम दिग्गजों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नामांकन कराया। चंपावत में 31 मई को उपचुनाव होना है और 03 जून को नतीजा आएगा। मुख्यमंत्री के सामने कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतारा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चंपावत उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ भारी संख्या में समर्थक मौजूद रहे। मुख्यमंत्री धामी के प्रस्तावक श्याम पांडे बने। मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने वाले पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी भी पूरी प्रक्रिया के दौरान उनके साथ रहे।।
धामी के नामांकन को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरस्त उत्साह देखने के लिए मिल रहा है। नामांकन से पहले मुख्यमंत्री ने पत्नी के साथ चकरपुर बनखंडी महादेव शिव मंदिर सुबह पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रोड शो किया। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, सांसद अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्या समेत कई विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सुबह 09 बजे चंपावत के लिए रवाना हुए। उन्होंने टनकपुर बनबसा में सबसे पहले रोड शो किया। इसी बीच तजगह-जगह समर्थकों व आम लोगों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया। इस बीच वह लोगों से जनसंपर्क भी करते रहे। 90 किमी रोड शो के बाद मुख्यमंत्री चंपावत तहसील पहुंचे और नामांकन दाखिल किया।
अलग ही अंदाज में आए नजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
चंपावत उपचुनाव के नामांकन से लेकर जनसभा तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का अलग अंदाज नजर आया। जनसभा में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चंपावत पिथौरागढ़ और मैदान को जोड़ने का काम करेगा। जब मेरा परिवार डीडीहाट से खटीमा जाता था तो बीच में चंपावत पड़ता था। मेरी मां कहती थी कि चंपावत के लोग बहुत अच्छे और व्यवहारिक होते हैं। विधायक कैलाश गहतोड़ी यह साबित किया है। उन्होंने कहा कि चंपावत के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोडूंगा।
चंपावत गुरु गोरखनाथ की भूमि
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत गुरु गोरखनाथ की भूमि है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान कहा था कि वह चंपावत गुरु गोरखनाथ के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि गोलज्यू सर्किट को विकसित किया जाएगा। जो प्यार और आशीर्वाद मुझे जनता से मिला है वह अभूतपूर्व है। मुझे यकीन है कि आगे भी जनता से मुझे यह प्यार मिलता रहेगा।
चंपावत की जनता से विकास का वादा
धामी ने चंपावत की जनता से विकास का वादा किया। उन्होंने पहाड़ी में कहा कि ‘मैं तुमर चेल छू तुमुल ख्याल रखना छ यांक लोग सब लोग की मदद करनान मैं तुमर हर सुख-दुख में काम उन। तुमर धन्यवाद करनहन शब्द नहोनी। अब सब तुम्हारे हाथ में छ। इसके साथ धामी ने संबोधन खत्म किया।
चुनाव जीतना ही पहला और आखिरी विकल्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने 05 साल मुख्यमंत्री बने रहने के लिए चुनाव जीतना पहला और आखिरी विकल्प है। उन पर अब तक उपचुनाव जीते मुख्यमंत्रियों के वोटों के अंतर का रिकॉर्ड तोड़ने की चुनौती भी है। उत्तराखंड में मुख्यमंत्रियों के उपचुनाव का इतिहास जीत का रहा है। सबसे अधिक वोटों के अंतर से उपचुनाव जीतने का रिकॉर्ड मुख्यमंत्री के तौर पर विजय बहुगुणा का है। 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने रामनगर विस से चुनाव जीता था। उन्होंने भाजपा के राम सिंह को 9693 वोटों के अंतर से हराया था।