बच्चों के गुस्सैल स्वभाव को ख़त्म करता है गौंद कतीरा, पेट के रोगों के लिए भी रामबाण, आजमाकर देखिए
लेखक:-चंदेल साहिब
बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश
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-वर्तमान की दौड़ती भागती दिनचर्या व अनियमित खानपान के कारण पेट के रोग लगभग सभी लोगों को है। ऐसे में थोड़ी सी जानकारी का इस्तेमाल कर आप स्वस्थ रह सकते हैं। पेट सम्बन्धी रोगों के लिए रामबाण इलाज है गौंद कतीरा शर्बत। आइए जानते हैं, इसके बारे में चंदेल साहिब के साथ।
आप को भी पेट से संबंधित किसी रोग ने जकड़ा है?
क्या आप को अंदरूनी गर्मी की शिकायत है?
क्या आपके बच्चे का स्वभाव गुसैल है? या फ़िर आप परिवार के किसी सदस्य के चिड़चिड़ेपन स्वभाव से परेशान है?
यदि हाँ! तो चंदेल साहिब का यह लेख आप सब के लिए बहुत ही उपयोगी व लाभदायक होने वाला है!
यह बात सच है कि गाँव के अधिकतर बुजुर्ग लोग अनपढ़ होते थे। लेक़िन, मेरा यह मानना है कि उनसे बुद्धिमान शायद ही कोई और इस दुनिया में जीवित हो। क्योंकि वो भलीभांति जानते थे कि मानव शरीर के लिए क्या सही या उपयुक्त है और किस चीज़ के खाने से हमें दिक्कत आ सकती है। हमें कब क्या खाना चाहिए व कितनी मात्रा में खाना चाहिए इन सब का ज्ञान वह पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाया करते थे। लेकिन, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सब कुछ भूलते जा रहें हैं। हम इंसानों के पास सही से खाना खाने का भी कोई निश्चित समय नहीं है। यदि समय है भी तो हम न जाने क्या-क्या उटपटांग चीज़ों का सेवन करके अपने शरीर के साथ खिलवाड़ करते हैं।
पहले आलू व हरे धनिया के समोसे व पकौड़ी चाय के साथ लिया करते थे, जो काफ़ी हद तक शरीर के लिए सही थे। लेक़िन, अब समोसे पकौड़ी की जगह पिज़्ज़ा, बर्गर, नूडल्स, स्प्रिंगरोल ने ले ली है। वहीं, गन्ने व नींबू के रस की जगह पेप्सी, कोक, स्प्राइट ने ले ली है जो लंबे समय तक सेवन करने से हमारे शरीर की इम्युनिटी सिस्टम को कमज़ोर कर देते हैं।
आईए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि आखिरकार वह क्या विधि है जिसके द्वारा गाँव के ज़्यादातर लोग स्वस्थ सेहतमंद व खुशमिजाजी से अपना जीवन बसर किया करते थे। उस रेसिपी का नाम है गौंद कतीरा शर्बत।
गौंद कतीरा शर्बत के फ़ायदे
1) शरीर के अंदर की गर्मी को दूर करे
2) पेट को पूर्ण साफ़ करे
3) पेट की पित से सम्बंधित सभी बीमारियों को दूर रखें
4) बच्चों के गुस्सैल स्वभाव को ख़त्म करे
5) सस्ता व आसान नुस्खा जिसे घऱ पर ही आजमाया जा सकता है
6) शरीर की कमजोरी को दूर करे
7) गर्मी के कारण मुँह में होने वाले छाले के लिए लाभदायक
8) बॉडी को गर्म लू और हीट से लगने वाले स्ट्रोक से बचाए
गौंद कतीरा कहाँ से खरीदें
आप इसे अपनी नजदीकी पंसारी की दुकान से खरीद सकते हैं।
गौंद कतीरा ही क्यों?
यह एक रामबान इलाज़ है जो हमारे दादा-परदादा सुबह-सुबह उठकर ख़ाली पेट लिया करते थे। क्योंकि, वो जानते थे कि यह शरीर की गर्मी को दूर करने के साथ पेट के सभी रोगों से हमारी रक्षा करता है, हमें स्वस्थ दीर्घायु बनाए रखने में मदद करता है।
गौंद कतीरा शर्बत बनाने की सरल विधि
एक व्यक्ति के लिए शर्बत बनाने की विधि- आधा या एक चम्मच रात को सोने से पहले एक बड़ी पानी की कटोरी में भिगोने के लिए डाल दें औऱ कटोरी को ढ़क कर रख दें। आप चाहें तो ठंडे दूध में भी भिगोने के लिए रख सकते हैं। सुबह उठकर सबसे पहले छननी से पानी को नितार लें या अलग कर दें। उसके बाद मिश्री को बारीक पीसकर उसका चूर्ण बनाकर 2 चम्मच गौंद कतीरे में अच्छी तरह से मिला लें। उसके बाद एक बड़ा कप जरूरत के अनुसार ठँडा दूध इसमें डालकर अच्छी तरह से फेंट लें, उसके बाद उसे पी लें।
गौंद कतीरा शर्बत का सेवन कब और कैसे करें?
सुबह उठकर ख़ाली पेट एक गिलास गौंद कतीरे का सेवन स्वस्थ के लिए बहुत लाभप्रद होता है। दोपहर के बाद इसका सेवन करना हानिकारक भी हो सकता है।