चंदेल साहिब की मां को समर्पित रचना… मेरी माँ मेरे दिल में, तुम्हारी कमी सी है
चंदेल साहिब
हिमाचल प्रदेश
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माँ की कमी
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मेरे होंठों पे हंसी,
आंखों में नमी सी है।
मेरी माँ मेरे दिल में,
तुम्हारी कमी सी है।
वक्त बदले करवटें,
ज़िंदगी थमी सी है।
मेरी माँ मेरे दिल में,
तुम्हारी कमी सी है।
ख़्वाब रुठे हैं आज,
मंजिल जमी सी है।
मेरी माँ मेरे दिल में,
तुम्हारी कमी सी है।
मेरी हिचकी में छुपी,
अनचाही फ़िक्र सी है।
मेरी माँ मेरे दिल में,
तुम्हारी कमी सी है।