सरल, सहज, सुगम व सुरक्षित यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी: महाराज
-चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए महाराज ने यात्रियों से आग्रह किया है कि यात्री विस्तृत सुविधाओं का लाभ लेने के लिए अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं। चार धाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सहायता के लिए आउटसोर्स माध्यम से पुरुष और महिला पर्यटन सहायता व सुरक्षा मित्र की तैनाती की जा रही है।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध चार धामों में से उत्तरकाशी स्थित दो धाम श्री गंगोत्री व यमुनोत्री जी के कपाट अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर शुभमुहूर्त में खोल दिए गए हैं। यात्रियों के लिए यात्रा सरल, सहज, सुगम व सुरक्षित हो इसके लिए प्रदेश सरकार सदैव तत्पर है। उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शनिवार को जारी बयान में कही। उन्होने कहा कि सरकार ने चार धाम सहित हेमकुंड यात्रा के लिए भी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए महाराज ने यात्रियों से आग्रह किया है कि यात्री विस्तृत सुविधाओं का लाभ लेने के लिए अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि मां गंगा की उत्सव डोली शुक्रवार को शीतकालीन प्रवास मुखवा (मुखिमठ) से हजारों श्रद्धालुओं के जयकारे के साथ प्रस्थान कर रात्रि विश्राम भैरोघाटी में करने के उपरांत भैरो मन्दिर से प्रस्थान कर गंगोत्री धाम पहुंची। गंगोत्री में शुभमुहूर्त 12 बजकर 35 मिनट पर तीर्थ पुरोहितों के द्वारा पूजा-अर्चना कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। वहीं, मां यमुना जी की उत्सव डोली प्रातः शीतकालीन प्रवास खरसाली से अपने भाई शनि देव की अगुवाई में कालिन्दी पर्वत की तलहटी में स्थित यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। यमुनोत्री में वैदिक मंत्रोच्चार व विधि-विधान के साथ तीर्थ पुरोहितों ने 12 बजकर 41 मिनट पर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये।
केदारनाथ के 25 अप्रैल व बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे
महाराज ने कहा कि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल व बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे। गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथी आज से चारधाम यात्रा भी प्रारंभ हो गई है। सरकार ने चारधाम सहित हेमकुंड यात्रा के लिए भी अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व सहायता के लिए आउटसोर्स माध्यम से पुरुष और महिला पर्यटन सहायता व सुरक्षा मित्र की तैनाती की जा रही है।
16,89,496 यात्री करवा चुके हैं पंजीकरण
महाराज ने बताया कि 18 फरवरी 2023 से प्रारम्भ हुये चार धाम व हेमकुण्ड यात्रियों के पंजीकरण के तहत अभी तक 16,89,496 (सोलह लाख नवासी हजार चार सौ छियानबे) यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। अभी तक केदारनाथ हेतु 6,00,434 (छः लाख चार सौ चौतीस), बद्रीनाथ हेतु 5,07,759 (पांच लाख सात हजार सात सौ उनसठ), गंगोत्री हेतु 3,07,068 (तीन लाख सात हजार अड़सठ), यमुनोत्री हेतु 2,62,621 (दो लाख बासठ हजार छः सौ इक्कीस) व हेमकुण्ड हेतु 11,614 (ग्यारह हजार छः सौ चौदह) यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं।
जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों में 10,15,59,209 रुपये की बुकिंग
धर्मस्य एवं पर्यटन मंत्री महाराज ने बताया कि 16 फरवरी 2023 से शुरू हुई जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों की बुकिंग के तहत अभी तक कुल 10,15,59,209 (दस करोड़ करोड़ पंद्रह लाख उनसठ हजार दो सौ नौ रुपये) से अधिक की बुकिंग भी की जा चुकी है। उन्होने चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि चार धाम यात्रा की सुविधाओं का लाभ लेने के लिए यात्री अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं। चारधाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग की ऑनलाइन वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in, व्हाट्सएप नंबर 8394833833 या फिर टोल फ्री नंबर 1364 के जरिये भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।