चारधाम यात्रा के लिए सीबीएनएएटी, टीआरवीईएनएटी, आरटीपीसीआर, तीनों टेस्ट अनिवार्य
-कुम्भ और चारधाम यात्रा में कोविड नियमों का पालन जरूरीः महाराज
शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो)। देशभर में तेजी से फैल रहे कोविड के नये स्ट्रेन को देखते हुए उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने महाकुम्भ व चार धाम यात्रा में आने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं व साधु-संतों से अनुरोध किया है कि वह धार्मिक परंपराओं व मर्यादाओं का निर्वाहन करने के लिए देह दूरी, सैनिटाइजर और मास्क का प्रयोग करते हुए कोविड नियमों का पालन अवश्य करें, ताकि सभी के सहयोग से चारधाम यात्रा व कुंभ का सफलतापूर्वक संचालन कर सकें।
सतपाल महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कुंभ को कोरोना संकट के चलते प्रतीकात्मक रखे जाने की अपील का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ व चारधाम यात्रा पर अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को कोविड नियमों का पालन करने के साथ ही कार्ट्रिज आधारित न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (CBNAAT), रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन टेस्ट (RTPCR) और टीवी डायग्नोसिस टेस्ट (TRUENAT) कराना अनिवार्य है। महाराज ने अनुरोध किया कि सभी लोग वैक्सीन अवश्य लगवाएं ताकि हमारे साथ पूरा देश स्वस्थ रहें।
महाकुंभ में कोविड नियमों का पालन आवश्यक
सतपाल महाराज ने कहा कि जो साधु संत कुंभ की पूरी परंपरा का निर्वहन करना चाहते हैं, उनका हम हृदय से स्वागत करते हैं। लेकिन, 27 व 30 अप्रैल के कुम्भ स्नान में सभी कोविड नियमों का पालन अवश्य करें।
महाकुंभ पर देव डोलियों का कुंभ स्नान निर्धारित समय पर ही होगा
संस्कृति मंत्री महाराज ने बताया कि हरिद्वार में महाकुंभ पर देव डोलियों का कुंभ स्नान निर्धारित समय पर ही होगा। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से वार्ता हो चुकी है। इसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व सैनिटाइजर की अनिवार्यता रहेगी। महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार है। कोविड नियमों के पालन के साथ सीबीएनएएटी, टीआरवीईएनएटी व आरटीपीसीआर सहित तीनों टेस्ट अनिवार्य किए गए हैं। जो लोग अन्य प्रांतों से उत्तराखंड आएंगे, उनको टेस्ट करवाने जरूरी हैं।
चारधाम यात्रा पर आने वाले लोगों का होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा, सभी प्रकार की जांच के बाद ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी। महाराज ने कहा कि रावलों से बातचीत के बाद चारधाम यात्रा की समीक्षा कर ली गई है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में समय-समय पर इसकी समीक्षा की जाती रहेगी ताकि विधिवत रूप से समय पर मंदिरों के कपाट खोले जा सकें। चारधाम यात्रा में निर्धारित क्षमता के अनुरूप ही यात्रियों को उत्तराखंड आने की इजाजत दी जाएगी।