शोपीस बनी सीएम हेल्पलाइन, शिकायत पर भी नहीं मिली डिग्री

श्रीदेव सुमन विवि टिहरी की छात्रा साक्षी ने विवि के स्तर से डिग्री न देने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की थी, लेकिन निस्तारण नहीं हुआ। प्रकरण जब मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के संज्ञान में आया तो उन्होंने इस पर सख्त नाराजगी जताई। सचिव आईटी और सचिव उच्च शिक्षा को एक सप्ताह में इस प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के साथ ही संबंधित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्यर्थी को एक सप्ताह के अंदर डिग्री उपलब्ध कराई जाए।
शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो)। सीएम हेल्पलाइन शोपीस बनकर रह गई है। हालत यह हैं कि सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत को अधिकारी कर्मचारी कोई तवज्जो नहीं दे रहे हैं। एक मामला उजागर हुआ, जिसमें हेल्पलाइन पर शिकायत के बावजूद श्रीदेव सुमन विवि ने छात्रा को डिग्री नहीं दी। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इससे नाराज हो गए। उन्होंने सचिव आईटी और सचिव उच्च शिक्षा को मामले की एक सप्ताह में जांच करने व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। हो सकता है अब मामले में कार्रवाई हो। लेकिन, सवाल यह कि पहले मामले का समाधान क्यों नहीं किया गया।
शुक्रवार को सीएम धामी ने सीएम हेल्पलाइन 1905 की समीक्षा की। श्रीदेव सुमन विवि टिहरी की छात्रा साक्षी ने विवि के स्तर से डिग्री न देने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की थी, लेकिन निस्तारण नहीं हुआ। प्रकरण जब मुख्यमंत्री के संज्ञान में आया तो उन्होंने सख्त नाराजगी जताई। सचिव आईटी और सचिव उच्च शिक्षा को एक सप्ताह में इस प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के साथ ही संबंधित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभ्यर्थी को एक सप्ताह के अंदर डिग्री उपलब्ध कराई जाए। छात्र-छात्राओं की शिकायतों के निस्तारण के लिए विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में हेल्प डेस्क बनाई जाए।
सीएम धामी ने निर्देश दिए कि सेवा के अधिकार के तहत दी जाने वाली सेवाओं को कार्यालयों के डिस्प्ले बोर्ड पर दर्ज किया जाए। सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज बिजली, पानी, सड़क और अन्य मूलभूत सुविधाओं से संबंधित शिकायतों का त्वरित निस्तारण तेजी से किया जाए। इसके लिए संबंधित अधिकारी कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा करें कि वे किस निर्धारित दिन समस्याओं के समाधान के लिए बैठेंगे। निदेशक आईटीडीए गौरव कुमार ने सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों और विभागों की ओर से समाधान के लिए की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में बताया गया कि उत्तराखंड पेयजल, गृह विभाग, ऊर्जा से संबंधित लोगों की अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने शिकायतकर्ताओं से की बात
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने शिकायतकर्ताओं से बात कर उनकी समस्याओं के यथाशीघ्र समाधान के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री नेनिर्देश दिए कि आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की शिकायतों और समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को प्रत्येक सप्ताह, सचिवगणों को माह में दो बार और मुख्य सचिव को प्रत्येक माह में सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करने के निर्देश दिए। कहा कि तीन माह से अधिक लंबित प्रकरणों को अभियान चलाकर निस्तारित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जिलाधिकारियों को जनता मिलन कार्यक्रमों का आयोजन नियमित तौर पर करना होगा। आपदा से क्षतिग्रस्त लाइनों, सुरक्षा दीवारों का कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने के साथ ही रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए। प्रत्येक माह की पांच तारीख तक सभी विभागों को हेल्पलाइन 1905 पर प्राप्त शिकायतों की स्थिति रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।