देवभूमि में ‘रोजगार नहीं नशा दो’ बनी धामी सरकार की नीति: गोगी
उत्तराखंड सरकार के शराब की बिक्री को प्रोत्साहन देने के लिए शराब सस्ती करने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में भाजपा सरकार का पुतला फूंका। गोगी ने कहा कि राजस्व कुप्रबंधन को छिपाने के लिए सरकार ऊलजलूल फैसले ले रही है। प्रदेश की जनता जब महंगे रोटी, कपड़ा, मकान से त्रस्त है, खाद्य सामग्री और ईंधन, गैस आदि के दाम में वृद्धि से लोग परेशान हैं, ऐसे में शराब सस्ती करके शराब की अधिकाधिक बिक्री को प्रयास किया जा रहा है ताकि 4000 करोड़ का राजस्व सरकार को मिल सके।
गोगी ने कहा कि हैरत की बात है कि एक अप्रैल से यानी जब से शराब लगभग 150 से 200 रुपये सस्ती की जा रही है, उसी दिन से राज्य में पानी के दाम बढ़ाये जा रहे हैं। जनविरोधी सरकार होने का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है। गोगी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि देवभूमि की पहचान देश मे 70 और 80 के दशक में शुरू ‘नशा नहीं रोजगार दो’ आन्दोलन के द्वारा रही है, जिसमें जागरूक लोगों ने विशेष रूप से माताओं बहनों ने युवाओं के हित में व्यापक मद्यनिषेध का आंदोलन चलाया। इसके उलट धामी सरकार की नीति ‘रोजगार नहीं नशा दो’ की है। ये सरकार युवाओं के रोजगार मांगने पर उन पर डंडे बरसाती है और यही नहीं युवाओं की चेतना, जागरूकता व असंतोष का मुकाबला करने के लिए अब नई शराब बिक्री प्रोत्साहन नीति ले आई है, ताकि युवा और जनसामान्य नशे की ओर उन्मुख हों।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस कृत्य का पुरजोर विरोध करेंगे। ऐसे समय जब देश और प्रदेश की जनता नवरात्रि के पावन पर्व को मना रही है, ऐसी नीति लागू करना भाजपा के आडंबरपूर्ण चरित्र को दिखाता है।
विरोध प्रदर्शन में ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र तनेजा, विक्रान्त राठी, मोहित ग्रोवर, डॉ अरुण रतूड़ी, सुमित खन्ना, अरुण बलोनी, मेघ सिंह, विपुल नौटियाल, कुलदीप नरूला, घनश्याम वर्मा, कार्तिक बिरला, अभिषेक तिवारी, सिदार्थ वर्मा, देवी भाई, शिवम, वीरेश टीटू, विजय शाही, लक्की राणा, सलीम, अवधेश, शुभम सैनी, सूरज छेत्री, नितिन चंचल, वीरेंद्र पंवार, तरुण चक्रवर्ती, शिवम, सीटू भाई, मंजू चौधरी, रविंदर जूनियर, राहुल तलवार, सुनील कुमार, अरुण बिष्ट, कुनाल ग्रोवर, अविष्कार रावत, जय किशन भाटिया, अजय पुंडीर, राम बाबू, गौरव चौधरी, दिनेश आदि मौजूद थे।