हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा: केंद्र और प्रदेश में अत्याचारी और अन्यायी सरकार: लल्लू सिंह
-बाजपुर में सिंचाई विभाग अतिथि गृह से नफरत छोड़ो हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा शुरू होकर मुख्य मार्ग, शहीद भगत सिंह प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रामभवन धर्मशाला पहुंचकर संपन हुई।
बाजपुर में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य़ के नेतृत्व में निकली हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा ने नफरत छोड़ो हाथ से हाथ जोड़ो का संदेश दिया। इस मौके पर यात्रा के प्रदेश संयोजक अजय कुमार लल्लू ने कहा कि देश को धर्म और मजहब के नाम बांटा जा रहा है।
कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने बताया कि यात्रा में हजारों लोगों ने शिरकत की। यात्रा के समापन पर प्रदेश संयोजक लल्लू ने कहा कि केंद्र और प्रदेश में अत्याचारी और अन्यायी सरकार बन चुकी है। रेल, हवाई सहित अन्य सरकारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है। भाजपा शासन में मजदूर, किसान, व्यापारी सहित हर वर्ग परेशान है। सरकार एक प्रतिशत वाले लोगों को लाभ दे रही है। अपने को डबल इंजन का मुख्यमंत्री कहने वाले पुष्कर सिंह धामी के राज्य से छह साल में दो लाख लोग पलायन कर चुके है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि कार्यकर्ता कांग्रेस के स्तंभ हैं। कांग्रेस को स्थापित करने में कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका है। आर्य ने कहा कि सांप्रदायिकता के साथ भाजपा देश को कमजोर करना चाहती है। लेकिन, कांग्रेस सब को साथ लेकर चल रही है। प्रदेश के एक मंत्री राजीव गांधी की हत्या को एक हादसा बता रहे है। देश में बदलाव जरूरी है। 2024 में लोकसभा की पांचों सीटों पर कांग्रेस का परचम लहरायेगा। जबकि, 2027 में उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार होगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से राहुल गांधी के भारत जोडो यात्रा के संदेश और कांग्रेस की नीतियों और भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार, बेरोगारी, महंगाई के बारे में आम लोगों को बताने का आहवान किया।
संचालन नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य और डीके जोशी ने किया। इससे पहले सिंचाई विभाग अतिथि गृह से नफरत छोड़ो हाथ से हाथ जोडो यात्रा शुरू होकर मुख्य मार्ग, शहीद भगत सिंह प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रामभवन धर्मशाला पहुंचकर संपन हुई। वहां किसान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हरमिंदर सिंह लाडी, पालिकाध्यक्ष गुरजीत सिंह गित्ते, डा नरेंद्र खत्री, महेश शर्मा, ब्लाक प्रमुख पति राजकुमार, जीत सिंह, सत्यवान गर्ग, कदीर, अमीर अहमद, महीपाल यादव. शेर सिंह, नाजमा शेख, हामिद, मोहम्मद रफी, बब्बू सैफी आदि थे।