Fri. Nov 22nd, 2024

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका: बंगलूरू में 543 बच्चे संक्रमित

बंगलूरू में एक से 11 अगस्त के बीच 543 बच्चों में कोरोना की पुष्टि हुई है। ये सभी 0 से 19 वर्ष के बीच हैं। वैज्ञानिक इसे बड़ा खतरा मान रहे हैं। तीसरी लहर की आशंका के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आपात बैठक बुला ली है। 

तीसरी लहर की आशंका के बीच बंगलूरू में कोरोना खतरनाक रूप अख्तियार कर चुका है। आंकड़ों की बात की जाए तो एक से 11 अगस्त के बीच सिर्फ बंगलूरू में ही 543 बच्चों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इन सभी की उम्र 0 से 19 वर्ष के बीच है। इस बीच अधिकारिक दौरे से लौटे मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को विशेषज्ञों के साथ आपात बैठक बुला ली है।

गौरतलब है कि विशेषज्ञों की राय के बाद ही मुख्यमंत्री ने कर्नाटक में स्कूलों को खोलने का आदेश पारित किया था। लेकिन, विकराल होते कोरोना को देखते हुए इस बैठक में कड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। उधर, बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका की ओर से जारी किए गए बयान में बताया कि जिन 543 बच्चों व युवाओं में कोरोना की पुष्टि हुई है। उनमें से ज्यादातर में कोरोना के या तो हल्के लक्षण हैं या फिर लक्षण ही नहीं है।

बिना लक्षणों के कोरोना बच्चों व युवाओं पर कर रहा आक्रमण

बिना लक्षणों के कोरोना बच्चों व युवाओं पर आक्रमण कर रहा है। वैज्ञानिक इसे बड़ा खतरा मान रहे हैं। इससे तीसरी लहर की आशंका भी बढ़ती जा रही है। वैज्ञानिकों का मानना है कि तीसरी लहर में बच्चों व युवाओं को ज्यादा सुरक्षित रहने की जरूरत है। हालांकि, इसके पीछे कोई वैज्ञानिक तथ्य सामने नहीं आए हैं। लेकिन, दूसरी लहर के दौरान बच्चे व युवा ही सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों के संपर्क में आए हैं।

महानगर पालिका की ओर से जारी किए आंकड़े

बृहद बंगलूरू महानगर पालिका की ओर से पिछले दिनों जो आंकड़े जारी किए गए थे। उसके अनुसार 0 से 19 वर्ष के बच्चों व युवाओं में 250 संक्रमित सामने आए थे। ये आंकड़े पांच से दस अगस्त के बीच के थे। लेकिन, शुक्रवार को एक अगस्त से 11 अगस्त के बीच के जो आंकड़े सामने आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं। 543 बच्चों के संक्रमित होने की खबर ने स्वास्थ्य विभाग की नींद भी खराब कर दी है।

उठी स्कूल बंद करने की मांग 

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच ज्यादातर राज्य सरकारें स्कूल खोलती जा रही हैं। लेकिन, जिस तरह से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं और उसमें युवा और बच्चे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर से स्कूल बंद रखने की मांग उठने लगी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *