उत्तराखंड में डेंगू ने दी दस्तक, छह लोगों में हुई पुष्टि
देहरादून: मानसून की रिमझिम फुहारों के बीच डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। इसकी आमद इस बार कुमाऊं क्षेत्र से हुई है। नैनीताल और ऊधमसिंहनगर के छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिनमें पाच से 50 साल तक के मरीज शामिल हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रदेश में डेंगू का पहला मामला जुलाई प्रथम सप्ताह में सामने आया था। जनपद नैनीताल में 23 वर्षीय युवती में डेंगू की पुष्टि हुई। लेकिन, विभाग इसे यह कहकर हल्के में लेता रहा कि युवती हैदराबाद गई थी और संभवत: वहीं इस बीमारी की जद में आई।
अब देखते ही देखते नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में छह मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। विभाग के अनुसार इस बीमारी की जद में आए मरीजों में कई बच्चे भी शामिल हैं। जनपद नैनीताल में पांच वर्षीय लड़की, जबकि ऊधमसिंहनगर में आठ साल के एक लड़के में डेंगू की पुष्टि हुई।
अब तक आए छह मरीजों में एक के तीमारदार, हालत गंभीर होने पर उसे बरेली ले गए। जबकि, अन्य की तबीयत सुधर गई है। बहरहाल मामले सामने आने के बाद रुद्रपुर, लालकुआं, शनि बाजार समेत आसपास के तमाम क्षेत्र स्वास्थ्य विभाग के रडार पर हैं।
बता दें कि पिछले साल डेंगू के 849 मामले सामने आए थे, जबकि वर्ष 2016 में यह आंकड़ा 2046 पहुंच गया था। जबकि, चार मरीजों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. टीसी पंत के अनुसार डेंगू को लेकर एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं। हाल में राज्य स्तरीय अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक में इसे लेकर रणनीति तय की गई है। खास बात यह कि पहली बार स्कूली छात्रों को भी इस मुहिम से जोड़ा गया है। कक्षा छह से आठ के छात्रों के लिए एक कार्ड तैयार किया गया है। जिसमें बच्चों की ओर से ऐडीज मच्छरों के पनपने के स्थान का सर्वे कर इसे कार्ड पर अंकित किया जाएगा।
इसके अलावा आशाओं की मदद से इंटेंसिव सोर्स डिटेक्शन सर्वे किया जा रहा है। डेंगू के लिए स्पेशल वार्ड और दवा, प्लेटलेट्स आदि की संपूर्ण व्यवस्था रखने के निर्देश भी अस्पतालों को दिए हैं।