देश मेरा पुकार रहा है वतन के उन रखवालों को…
सुनील शर्मा
हाऊस 39B, सागर एन्क्लेव, नजदीक टोयटा शोरूम गुरुग्राम
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देश की पुकार
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देश मेरा पुकार रहा है वतन के उन रखवालों को
जान लुटा गये देश की खातिर ऐसे उन मतवालो को
वन्दे मातरम वन्दे…
बदल दिया था देश मेरा जब ऐसी आँधी आयी थी
झाँसी की रानी ने देखो गोरों को धूल चटाई थी
सौ-सौ बार नमन है देखो ऐसे हिम्मत वालो को
देश मेरा पुकार रहा है वतन के उन रखवालों को
वन्दे मातरम वन्दे…
नेता जी ने जर्मन में अपना परचम लहराया था
गोरी हकूमत को पल में जड़ उखाड़ बगाया था
नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान ऐसे उन दिलवालो को
देश मेरा पुकार रह है वतन के उन रखवालों को
वन्दे मातरम वन्दे…
फाँसी के फंदे पर देखो माँ के लाल भी झूल गये
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह अपनी जान ही भूल गये
जान गँवा दी वतन की खातिर ऐसी माँ के लालों को
देश मेरा पुकार रहा है वतन के उन रखवालों को
वन्दे मातरम वन्दे…
चंद्रशेखर सा शेर का बच्चा ऐसा ना कोई जवान मिला
उस शेर की दहाड़ से देखो सारा फिरंगी राज हिला
शहीद हो गये देश की खातिर ऐसे उन मस्तानों को
देश मेरा पुकार रहा है वतन के उन रखवालों को
जान लुटा गए देश की खातिर ऐसे उन मतवालों को
वन्दे मातरम वन्दे…