उत्तराखंड पुलिस का होगा कायाकल्प, डीजीपी अशोक कुमार ने बनाया रोड मैप
-उत्तराखंड पुलिस को और अधिक स्मार्ट बनाने के लिए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार जुट गए हैं। विभिन्न स्तर पर काम करने के लिए योजना तैयार की गई। सोमवार को पुलिस मुख्यालय में हुई बैठक में कई निर्णय लिए गए।
देहरादून (dehradun)। पुलिस महकमें में अच्छा काम (good work) करने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिदेशक (dgp) अब 20 हजार की जगह एक लाख रुपए का पुरस्कार देंगे। पुलिस उत्कृष्ट प्रदर्शन करे, इसके लिए नौ समितियों का भी गठन किया गया है। दूसरी तरफ, पुलिस को स्मार्ट बनाने के लिए 100 नए वाहन खरीदे जा रहे हैं। पुलिस के साथ ही पीएसी के लिए भी वाहनों की खरीद होगी। उक्त निर्णय सोमवार को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (dgp ashok kumar) और गृह सचिव नितेश झा (home secretary Nitish Jha) की उपस्थिति में लिये गये।
पुलिस का उत्कृष्ट प्रदर्शन करती रहे, इसके लिए पुलिस महानिदेशक ने नौ समितियों का गठन किया है। यह समितियां प्रदेश में कानून, शान्ति व्यवस्था, ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने, ड्रग्स, साइबर अपराध से निपटने के साथ-साथ पुलिस वेलफेयर और पुलिस आधुनिकीकरण के संबंध में कार्य योजना तैयार करेंगी।
पुलिस मुख्यालय में हुई बैठक
पुलिस मुख्यालय (police headquarter) के सभागार में सोमवार को देर शाम पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और गृह सचिव नितेश झा की मौजूदगी में बैठक (meeting) हुई। बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक रिधिम अग्रवाल (ridhim Agrawal) ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से पुलिस के शासन स्तर के मुद्दों से उन्हें अवगत कराया। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस ने 20 वर्षों में बहुत कुछ हासिल किया है। उत्तराखंड पुलिस (uttrakhand police) का स्तरीय ढांचा बनकर सामने आया है। संवेदनशील पुलिसिंग की ओर भी काफी काम हुआ है, लेकिन पुलिस को काफी कुछ हासिल करना बाकी है। उत्तराखंड पुलिस के आपरेशनल, प्रशासनिक और पुलिस कर्मियों के कल्याण का स्तर बढ़े सके। इसके लिए बैठक में जिन बिन्दुओं पर सैद्धान्तिक सहमति व्यक्त की गयी, उनमें पुलिस की मोबिलिटी में गुणात्मक परिवर्तन किया जाएगा, ताकि किसी भी घटना में पुलिस का रिस्पॉन्स टाइम बेहतर हो।
100 स्कार्पियो की होगी खरीद
सिटी पेट्रोल एवं हाईवे पेट्रोल कार की संख्या में 100 स्कार्पियो वाहन बढ़ाएं जाएंगे। साथ ही पीएसी (PAC) के वाहन, जो जर्जर हालत में हैं, उन्हें हटाकर नए वाहन लिए जाएंगे। वाहनों को पहाड़ों के अनुरूप मोबिलिटी कर उन्हें स्मार्ट लुक दिया जाएगा। स्मार्ट यूनिफॉर्म को लेकर भी काम होगा। पीएसी की कम्वेट यूनिफार्म पर भी कार्य होगा।
अब बनेगा पुलिस आइज एप
पुलिस में ई-बीट बुक सिस्टम लागू करने पर सहमति बनी है। ट्रैफिक आइज एप को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। ट्रैफिक आइज एप की तर्ज पर अब पुलिस आइज एप बनाया जाएगा। इससे लोग किसी भी अपराध, ड्रग्स आदि से संबंधित सूचना पुलिस को दे सकते हैं।
घायलों की मदद करने वालों को भी मिलेगा इनाम
सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की मदद करने वालों के लिए भी पुलिस विभाग पुरस्कार/इनाम योजना बनाने जा रहा है। इसमें पुलिस महानिदेशक की ओर से एक लाख तक का इनाम दिया जाएगा। वहीं, यातायात पुलिस (traific police) का नए स्वरूप, ढांचा, प्रशिक्षण देकर उसे अधिक स्मार्ट व जन उपयोगी बनाया जाएगा।
सिटी पुलिस को मिलेंगे शॉर्ट रेंज वैपन्स
पुलिस मुख्यालय के नए भवन की स्थापना की जाएगी। सिटी पुलिस (city police) को शॉर्ट रेंज वैपन्स दिये जाएंगे। पीएसी एवं आर्म्ड पुलिस में लॉन्ग रेंज वैपन्स में इनसास को लाने का प्रयास किया जाएगा। फायर सर्विस में महिलाओं का प्रतिनिधित्व शुरू किया जाएगा। थाने के रिकार्डस का डिजिटलाइजेशन किया जाएगा। साथ ही ई-सम्मनस को रेगुलर प्रैक्टिस में लाया जाएगा। थाने, चौकी, आईआरबी तृतीय, नए फायर स्टेशन के निर्माण के लिए भी बजट उपलब्ध कराया जाएगा। कांस्टेबल व उप निरीक्षक की भर्ती व पदोन्नति की रुकावटों का समाप्त किया जाएगा।
राज्य पुलिस को स्मार्ट पुलिस बनाने में शासन पुलिस मुख्यालय के साथ है। इस ओर गंभीरता के साथ पूरा सहयोग किया जाएगा।
नितेश झा, सचिव गृह