धरती को प्रदूषण मुक्त करुं, मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म हूं…
चंदेल साहिब
कवि, शाइर/लेखक
हिमाचल प्रदेश
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धरती को प्रदूषण मुक्त करुं,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।
हर भूखे इंसान का पेट भरुं,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।
भरत जैसा ही भाई बनूँ,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।
ग़ुलाब बनकर सुगंधित करुं,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।
श्रवण जैसा ही पुत्र बनूँ,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।
हनुमान सी स्वामी भक्ति करुं,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।
सबरी जैसा ही सब्र करुं,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।
प्रहलाद जैसे हरि जप करुं,
मैं ज़ब-२ धरा पर जन्म लूँ।
माँ दुर्गा से यही विनती करुं।।