ध्वज को उखाड़ दिया, चीन को पछाड़ दिया..
जसवीर सिंह हल धर
कवि/शाइर/गीतकार
देहरादून, उत्तराखंड
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घनाक्षरी छंद – अमर जवान
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(विशिष्ठता -तुकांत आवृत्ति)
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खून भरी होली जली, एक नहीं गोली चली
वैरियों का काल बने देख तेरे लाल मां।
मार्ग अवरुद्ध हुआ, शस्त्र बिन युद्ध हुआ
गलवान नदी हुई पूरी लाल लाल माँ।।
तेरे बांकुरों की जंग, चीनी सैनिकों के संग
लिए ध्वज घूम रहे लाल लाल लाल माँ।
ध्वज को उखाड़ दिया, चीन को पछाड़ दिया
युद्ध भूमि हुई लाल लाल लाल लाल माँ।।