यशपाल शर्मा का शतक देखकर बीसीसीआई गए थे दिलीप कुमार, खुला अन्तरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट का रास्ता
1983 में क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम इंडिया के सदस्य रहे मशहूर क्रिकेटर और क्रिकेट एक्सरपर्ट यशपाल शर्मा का आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यशपाल शर्मा, दिलीप कुमार के बहुत बड़े फैन थे। फिल्मों के अलावा वो दिलीप कुमार के काफी करीब थे। एक इंटरव्यू में यशपाल शर्मा ने खुद स्वीकार किया था कि दिलीप कुमार की वजह से ही उनका क्रिकेट करियर शुरू हो पाया था।
इस इंटरव्यू में यशपाल शर्मा ने कहा कि लोग उन्हें दिलीप कुमार कहते हैं लेकिन, मैं उन्हें युसुफ भाई कहता हूं। क्रिकेट में मेरी लाइफ बनाने वाले दिलीप कुमार ही रहे। रणजी ट्राफी से लेकर मुझे बीसीसीआई तक पहुंचाने का श्रेय उन्हें ही जाता है। मेरा क्रिकेट करियर बनाने वाले युसुफ भाई ही हैं और आज भी मैं उनके साथ इमोशनली जुड़ा हुआ हूं।
यशपाल शर्मा ने इस इंटरव्यू में काफी इमोशनल होते हुए कहा था कि वो जब भी बीमार पड़ते हैं और अस्पताल में भर्ती होते हैं तो मुझे काफी तकलीफ होती है। क्योंकि यही वो शख्स थे जिनसे मेरी जान पहचान नहीं थी लेकिन, मेरा एक रणजी मैच देखने के बाद उन्होंने मेरे लिए बीसीसीआई में बात की। उस मैच की दूसरी पारी में मैने शतक लगाया था, युसुफ भाई बीसीसीआई गए औऱ कहा कि पंजाब का एक लड़का आया है, उसे देखिए, उसमें वो कला है और वो अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेल सकता है।
यशपाल शर्मा ने कहा था कि केवल एक मैच देखकर मुझे जाने बिना मेरी रेकेमेंडेशन बीसीसीआई में जाकर करना, ये थे युसुफ भाई। ये मेरी जिंदगी का ऐसा मोड़ था जहां से मेरे लिए अन्तरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट का रास्ता खुला और उसका जरिया बना युसुफ भाई यानी दिलीप कुमार।