डीएलएड प्रशिक्षितों ने क्रमिक अनशन और रात का धरना किया खत्म
-उत्तराखंड डायट डीएलएड संघ की बुधवार को शिक्षा निदेशालय ननूरखेड़ा देहरादून स्थित आंदोलन स्थल पर हुई बैठक
देहरादून (dehradun)। उत्तराखंड डायट डीएलएड संघ (uttrakhand dait dled sangh) की बुधवार को शिक्षा निदेशालय (education directed) ननूरखेड़ा देहरादून स्थित आंदोलन स्थल पर बैठक (meeting) हुई। टिहरी डायट से आए रंजीत असवाल ने बताया कि शिक्षा मंत्री के आश्वासन पर डायट डीएलएड प्रशिक्षितों ने रात का धरना और क्रमिक अनशन खत्म कर दिया है। लेकिन, शिक्षा निदेशालय में धरना डायट डीएलएड बैच 2017-19 की शत-प्रतिशत नियुक्ति मिलने पर ही खत्म किया जाएगा।
अल्मोड़ा से आये मदन फर्त्याल ने कहा कि संशोधित प्रारम्भिक शिक्षक सेवा नियमावली 2019 में राजकीय डायटों से डीएलएड प्रशिक्षितों के समकक्ष अन्य राज्य के एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड को भी रखा गया है। ऐसे में बाहर से डिप्लोमा लेकर आ रहे लोगों के प्रमाणपत्रों की प्रामाणिकता पर आशंका व्यक्त की जा रही है। उन्होंने कहा कि जनपद बागेश्वर से कई ऐसे लोगों ने आवेदन किया है जिन्होंने उत्तर-प्रदेश से डीएलएड किया है, जबकि वहां डिप्लोमा सिर्फ वहीं के स्थायी निवासी के लिए ही होता है, ऐसे में उनके दोनों राज्यों के स्थायी निवासी होने की बात भी सामने आती है।
इसी प्रकार सिर्फ 18 महीने का एनआईओस डिप्लोमा भी है, जो सिर्फ प्राइवेट स्कूलों के अध्यापकों के लिए उनकी योग्यता पूरी करने के लिए था। आज वो भी प्राथमिक शिक्षक भर्ती में आवेदन करने की सोच रहे हैं।
इस प्रकार भविष्य में फर्जी शिक्षकों का मामला फिर से उजागर होगा जो कि प्रदेश के नौनिहालों के साथ शिक्षा की गुणवत्ता के साथ भी धोखा होगा।
बैठक में पवन मुस्युनी, धीरेन्द्र खाती, राजेन्द्र भट्ट, दिलीप पंवार, श्वेता राजपाल, दीक्षा राणा, देवेश जोशी, भूपेंद्र नाथ, देवेन्द्र कोरंगा, मुकेश चौहान, अरविंद नेगी आदि मौजूद रहे।