कैबिनेट मंत्री से बोले डॉक्टर, मैं कोई अपराधी नहीं हूं जो इस तरह बात कर रहे हो
-कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत रामनगर के सरकारी अस्पताल के निरीक्षण के लिए गए थे। वहां उनकी हॉस्पिटल इंचार्ज से नोक झोंक हो गई
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के बात करने के तरीके पर रामनगर अस्पताल के इंचार्ज ने आपत्ति जताई। डॉक्टर ने मंत्री से साफ कहा कि मैं कोई अपराधी नहीं हूं, जो मुझसे इस तरह से बात की जाय। माहौल गरम होता देख एसडीएम विजय नाथ शुक्ल ने मामला शांत किया। वहीं, भगत ने डॉक्टर की बात अनसुनी करते हुए बात दूसरी तरफ मोड़ ली। भगत और हॉस्पिटल इंचार्ज की नोक झोंक का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।
भगत से आपत्ति जताते हास्पिटल इंचार्ज
रामनगर सरकारी अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर मिल रही शिकायत के चलते कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत निरीक्षण करने पहुंच थे, उनके साथ विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी थे। इस दौरान व्यवस्थाओं को लेकर मंत्री और हॉस्पिटल इंचार्ज के बीच नोक-झोंक हो गई।
बीच बचाव करते एसडीएम विजय नाथ शुक्ल।
दरअसल, बंशीधर भगत, विधायक दीवान सिंह बिष्ट और भाजपा कार्यकर्ता कुर्सियों पर बैठे हुए। जबकि, हॉस्पिटल इंचार्ज खड़े थे। उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं दी गई। इस पर भगत ने डपटने के लहजे में बात शुरू कर दी। इससे आहत हॉस्पिटल इंचार्ज ने भगत से कहा कि आप मुझे खड़ा कर जिस तरह बात कर रहे हैं, उस माहौल में मैं बात नहीं करूंगा। मैं कोई अपराधी नहीं हूं, जो इस तरह बात की जाय।
डॉक्टर की नाराजगी पर भगत ने पलटी बात
हॉस्पिटल इंचार्ज की नाराजगी पर भगत ने बात पलट दी। भगत ने कहा कि अस्पताल में ब्लड बैंक शुरू करने की मंजूरी 2007 में मिल गई थी, लेकिन आज तक यह शुरू क्यों नहीं हो पाया है। इसका लाइसेंस भी 3 महीने पहले मिल चुका है। उन्होंने एक सप्ताह सप्ताह के भीतर इसे शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि अस्पताल में यदि किसी का सीटी स्कैन नहीं होता है तो उनको अवगत कराएं। इस पर कार्रवाई की जाएगी। भगत ने कहा कि अस्पताल को जल्द ही 100 बेड का कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी चल रही है। इसकी अनुमति सरकार जल्द से देगी।
अस्पताल के निरीक्षण के लिए गए थे बंशीधर भगत
रामनगर के सरकारी अस्पताल को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने इसे पीपीपी मोड पर दे दिया गया था। पीपीपी मोड पर जाने के बाद भी मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ न मिलने की शिकायतें होती रही। इसीलिए कैबिनेट मंत्री भगत अस्पताल के निरीक्षण के लिए गए थे। जहां भगत और अस्पताल इंचार्ज के बीच व्यवस्थाओं को लेकर तीखी नोक-झोंक हो गई।