डॉ अलका अरोड़ा का गीत… बहुत बेमिसाल हो तुम बहुत लाजवाब हो तुम
डॉ अलका अरोड़ा
देहरादून, देहरादून
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बहुत लाजवाब हो तुम
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बहुत बेमिसाल हो तुम
बहुत लाजवाब हो तुम
कभी जो मैं कह दूँ
तुम्हें जाने जानाँ
गुजारिश है मुझ को
दिल में बसाना
मेरे दिल पे होगी
हुकूमत तुम्हारी
कि मेरी
उल्फत हो तुम
बहुत बेमिसाल हो तुम
बहुत लाजवाब हो तुम
है सीधी वो सच्ची
वो बातें तुम्हारी
वो आंखों से बरसे
मोहब्बत हमारी
तुम्हें दिल ही दिल में
खुदा हमने माना
जमाने से हटके
की पूजा तुम्हारी
किसी और को
न दिल में बसाना
जमाने से उठता
सवाल हो तुम
बहुत बेमिसाल हो तुम
बहुत लाजवाब हो तुम
चांद तारों की बातें
हकीकत बना दो
मुझे एक रोज
अपनी दुनिया दिखा दो
वो नदियों का बहना
वो सागर से मिलना
धीमे धीमे से अपनी
वो बातें सुना दो
कि मेरा आशियाना हो तुम
मेरी सारा जहान हो तुम
कि मेरी दुनिया हो तुम
बहुत बेमिसाल हो तुम
बहुत लाजवाब हो तुम