महानगर कांग्रेस कार्यकर्ता कल करेंगे नगर निगम का घेराव
महानगर कांग्रेस कमेटी देहरादून मलिन बस्तियों को मालिकाना हक दिये जाने, मेयर की सम्पत्ति की जांच बिजिलेन्स से करवाने व नये बने 40 वार्डो में कामर्शियल टैक्स लगाने के विरोध में कल बुधवार को (12 अप्रैल) नगर निगम का घेराव करेगी। महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी ने कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। गोगी ने कहा कि नगर निगम 40 नये वार्डो में जबरदस्ती टैक्स लगा रहा है। जबकि, नये वार्डो के गठन के समय कैबिनेट में नये वार्डो में 10 वर्ष तक कॉमर्शियल टैक्स न लगाने का निर्णय लिया गया था।
उन्होंने मेयर की सम्पत्ति की जांच बिजिलेन्स से करवाने की मांग राज्य सरकार से की है। उन्होंने कहा कि कानून केवल विपक्ष के लिए ही है क्या? मात्र चार वर्षो में मेयर ने करोड़ों की जो सम्पत्ति अर्जित की है, उस सम्पत्ति की जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज या बिजिलेन्स की देखदेख में हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
केन्द्र व राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए गोगी ने कहा कि केन्द्रीय ऐजेंसियों का इस्तेमाल केवल विपक्ष के लिए ही किया जा रहा है। केन्द्र सरकार विपक्ष को केन्दीय एजेन्सियों के माध्यम से डरा और धमका रही है। लेकिन, कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता भाजपा सरकार का डटकर मुकाबला करेंगे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार आम आदमी की आवाज को सत्ता के बल पर अलोकतांत्रित तरीके से दबाना चाहती है। अपनी राजनैतिक प्रतिद्धंदिता/विद्वेष की भावना से केन्द्रीय ऐजेंसियों का उपयोग कांग्रेस नेताओं के उत्पीड़न के लिए कर रही है, जिसे कांग्रेस कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक भाजपा सरकार कांग्रेस नेताओं का उत्पीडन बन्द नहीं कर देती। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ सोची समझी राजनैतिक दुर्भावना के तहत उत्पीड़न की कार्रवाई की जा रही है। जबकि, इसी प्रकार के ईडी के तहत चलने वाले अनेकों मामलों में भाजपा अपने नेताओं को बचा रही है। भाजपा के कई नेता भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। लेकिन, केन्द्र व राज्य सरकार उन पर हाथ नहीं डाल रही है जो लोकतंत्रिक परम्पराओं के खिलाफ है।
डॉ गोगी ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपने 8 साल के कार्यकाल में कोई भी जनहित का काम नहीं कर पाई है। लगातार बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी और अराजकता से जनता का ध्यान हटाने के लिए विपक्ष की आवाज दबाने का काम कर रही है। राजनैतिक प्रतिशोध और दुर्भावना से ग्रसित होकर सरकारी ऐजेंसियों का दुरुपयोग कांग्रेस नेताओं के उत्पीड़न के लिए किया जा रहा है, ऐसा इस देश में पहले कभी नहीं हुआ था। प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, पीसीसी सदस्य उपेन्द्र थापली आदि मौजूद थे।