उत्तराखंड: प्रतिनियुक्ति पर केंद्र में जाएंगे डॉ संधु, राधा रतूड़ी को मिल सकती है मुख्य सचिव की कमान
-1988 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ एसएस संधु प्रधानमंत्री कार्यालय में तैनाती पा सकते हैं। संधु प्रधानमंत्री गति शक्ति मिशन के सचिव बन सकते हैं। चर्चा है कि प्रदेश को पहली महिला मुख्य सचिव मिल सकती है।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। मुख्य सचिव डॉ सुखबीर सिंह संधु केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी में हैं। उनके केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एनओसी जारी हो चुकी है। कार्मिक एवं सतर्कता विभाग ने इसकी पुष्टि की है।
संधु की प्रधानमंत्री कार्यालय में तैनाती की संभावनाएं हैं। उनकी प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी के बीच राज्य के नए मुख्य सचिव को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई हैं। वरिष्ठता के आधार पर मुख्यमंत्री की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के मुख्य सचिव बनने की सबसे ज्यादा चर्चा है। वह उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव बन सकती हैं।
2021 में उत्तराखंड में मुख्य सचिव बने थे संधु
संधु जुलाई 2021 में उत्तराखंड में मुख्य सचिव बने थे। उन्होंने ओम प्रकाश की जगह ली थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उन्हें केंद्र से लाए थे। तब संधु एनएचएआई के अध्यक्ष पद पर थे। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने भी संधु की कार्यशैली की तारीफ की थी। चर्चा है कि एक बार फिर संधु की केंद्र में जरूरत महसूस हो रही है। 1988 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ एसएस संधु प्रधानमंत्री कार्यालय में तैनाती पा सकते हैं। चर्चा में है कि वे प्रधानमंत्री गति शक्ति मिशन के सचिव बन सकते हैं। इसके अलावा उनके रक्षा सचिव या सचिव उच्च शिक्षा के पद पर तैनाती की संभावनाएं हैं।
अनुभवी नौकरशाहों की कमी
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी कर चुके अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन की एनओसी प्रदेश सरकार ने वापस ले ली थी। इसकी वजह मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की तैयारी मानी जा रही है। राज्य में वरिष्ठ और अनुभवी नौकरशाहों की पहले से ही कमी है। संधु व बर्धन के केंद्र में जाने से समस्या और अधिक बढ़ सकती है। इसलिए बर्धन की एनओसी वापस ले ली गई।
राधा रतूड़ी वरिष्ठता में सबसे ऊपर
मुख्यमंत्री की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी वरिष्ठता में सबसे ऊपर हैं। वरिष्ठता के आधार पर वह मुख्य सचिव की रेस में सबसे आगे हैं। चर्चा है कि 1988 बैच की रतूड़ी को मुख्य सचिव बनाया गया तो वह प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव होंगी। उनका कार्यकाल करीब दो साल का होगा। उनके बाद 1990 बैच की अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं।