महिलाओं में तनाव मूत्र असंयम में लेज़र उपचार अत्यंत लाभकारी: डॉ सुमिता प्रभाकर*
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। उत्तराखंड की जानी मानी महिला रोग विशेषज्ञ और लेजरवेल क्लिनिक की डायरेक्टर डॉ सुमिता प्रभाकर ने आगरा में फोगसी की यंग टैलेंट प्रमोशनल कमेटी, जेनेटिक्स कमेटी व इंसर्ग की ओर से आयोजित कॉन्फ्रेंस ‘लुक इंटू द फ्यूचर’ में व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं मे खांसते, छींकते, व्यायाम करते समय होने वाले मूत्र रिसाव में लेज़र उपचार लाभकारी है। तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन आगरा के ताज होटल एंड कन्वोकेशन सेंटर में 26 अगस्त से 28 अगस्त तक किया गया, जिसमें देश-विदेश से आए चिकित्सकों ने भाग लिया।
डॉ सुमिता ने ‘तनाव मूत्र असंयम के प्रबंधन में सॉलिड स्टेट वैजिनल लेजर’ विषय पर व्याख्यान दिया। सॉलिड स्टेट वैजिनल लेजर महिलाओं में बढ़ती उम्र, मेनोपॉज में होने वाली व यौन जनित रोगों का इलाज बिना ऑपरेशन के करने में सक्षम हो सकती है। ज्यादातर महिलाओं को लगता है कि बढ़ती उम्र के साथ मूत्र असंयम, निजी अंगों में सूखापन, बार बार खुजली होना, गर्भाशय का बाहर खिसकना जैसी परेशानियां आम बात है। शर्म और झिझक के कारण महिलाएं इस पर बात नहीं करती। जबकि, इन सभी बीमारियों का इलाज संभव है और इसके बारे में बात करनी चहिए।
उन्होंने कहा कि लेजर कई वर्षो से महिला रोग में इस्तमाल किया जा रहा है। लेकिन, अब सॉलिड स्टेट लेजर तकनीक अधिक सुरक्षित व कारगर है। उन्होने तनाव मूत्र असंयम में इटालियन यूफोटोन लेजर के मैकेनिज्म, लेजर द्वारा इलाज के दौरान सावधानियां, पैरामीटर, फ्रीक्वेंसी इत्यादि की जानकारी अन्य डॉक्टरों से साझा की। डॉ सुमिता प्रभाकर भारत में यूफोटोन लेज़र मशीन का उपयोग करने वाली पहली डॉक्टर है।
85% प्रतिशत को हुआ लाभ, आंकड़ों के किया प्रस्तुत
डॉ सुमिता प्रभाकर ने आज से दो वर्ष पहले उत्तराखंड में पहले लेज़र व कॉस्मेटिक गायनी क्लिनिक लेसरवेल की शुरुवात की थी। दो वर्षो में उन्होंने कई महिलाओं का लेज़र तकनीक से इलाज किया। इस में 85% महिलाओं को लाभ हुआ। डॉ सुमिता ने आंकड़ों को अन्य चिकित्सको के समक्ष प्रस्तुत किया।
उत्तराखंड से व्याख्यान देने वाली एकमात्र डॉक्टर
इंसर्ग और फोग्सी की यंग टैलेंट प्रमोशनल कमेटी व जेनेटिक्स कमेटी की ओर से आयोजित सम्मेलन मे देश और विदेश से आए 500 चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया। उत्तराखंड से डॉ सुमिता प्रभाकर को कार्यक्रम में वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। कॉन्फ्रेंस में इंसर्ग की इनकमिंग प्रेसिडेंट डॉ रागिनी अग्रवाल, फोगसि की अध्यक्ष डॉ शांता कुमारी, डॉ जयदीप मल्होत्रा, डॉ बेला शाह, डॉ तनुजा, डॉ शिवालिक शर्मा, डॉ उषा शर्मा, डॉ विद्या पंचोलिया, डॉ रत्ना, डॉ सेजल ने व्याख्यान प्रस्तुत किए।