उत्तराखंड बोर्ड ने छात्र छात्राओं को बांट दी हाईस्कूल की गलत मार्कशीट व सर्टिफिकेट, अब मंगा रहे वापस
वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ”
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देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड (उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद) ने हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को परीक्षा की गलत (त्रुटिपूर्ण) मार्कशीट और सर्टिफिकेट बांट दिए हैं। अब बोर्ड स्कूलों से मार्कशीट और सर्टिफिकेट वापस मंगवा रहा है। संबंधित छात्र-छात्राओं को नई मार्कशीट और सर्टिफिकेट दिया जाएगा। मार्कशीट व सर्टिफिकेट में द्वितीय भाषा का विषय कोड गलत छापा गया है।
बोर्ड की ओर से की गई इतनी बड़ी गलती बोर्ड की कार्यशैली को उजगार करता है। इतना ही नहीं खुद की गलती के बावजूद बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारी ‘एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी’ वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। बोर्ड सचिव डॉ नीता तिवारी ने अपनी गलती सुधार के लिए लिखे पत्र में प्रधानाचार्यों को धमकाने वाले अंदाज में कहा है कि छात्र-छात्राओं से गलत मार्कशीट व सर्टिफिकेट वापस लें। उन्हें बोर्ड को वापस करें। बोर्ड जब नए दस्तावेज जारी करेगा तब वह छात्र-छात्राओं को बांट दें। यदि किसी छात्र-छात्रा के पास दो दस्तावेज हुए तो इसकी जिम्मेदारी प्रधानाचार्य की होगी। बोर्ड की इस दादागिरी से प्रधानाचार्य आहत हैं। उनका कहना है कि गलती करे बोर्ड और गलती का जिम्मेदार होगा प्रधानाचार्य??। उन्होंने बोर्ड के पत्र की भाषा पर आपत्ति जताई है।
मार्कशीट- सर्टिफिकेट में विषय कोड गलत
हाईस्कूल में छात्र-छात्राओं ने भाषा विषय के तहत द्वितीय भाषा व अतिरिक्त विषय की परीक्षा दी है। बोर्ड ने द्वितीय भाषा का कोड मार्कशीट व सर्टिफिकेट में गलत चढ़ा दिया गया है। लाखों मार्कशीट व सर्टिफिकेट बांट भी दिए गए हैं।
