स्कूलों में पाठ्यक्रम कम करने का शिक्षक संघ ने किया विरोध
देहरादून। अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड ने सीबीएसई बोर्ड की ओर से पाठ्यक्रम कम करने का विरोध किया है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय भाटिया व प्रांतीय महामंत्री जितेंद्र सिंह बुटोइया ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री को ज्ञापन भेजा है। विद्यालयी शिक्षा में पाठ्यक्रम कम करने को गलत बताते हुए हटाए गए विषय पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की गई है।
बुटोइया ने कहा कि पाठ्यक्रम से प्रजातांत्रिक अधिकार, लिंग, जाति, धर्म, लोकतंत्र के लिए चुनौती, संघवाद, नागरिकता, राष्ट्रवाद, लोकतंत्र एवं विविधता, धर्मनिरपेक्षता आदि जैसे महत्वपूर्ण विषय कम किए गए हैं। यह आम जीवन में बहुत ही आवश्यक हैं। गरीब, मजदूर व किसानों के बच्चे जो विद्यालय शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा में नहीं पहुंच पाते हैं या उनके सामने पारिवारिक समस्याएं होती हैं, वह इन विषयों से अछूते रह जाएंगे। अच्छे नागरिक बनने के लिए अधिकार और कर्तव्यों को जानना आवश्यक है। सामाजिक जीवन में लोकतांत्रिक मूल्य स्थापित होना बहुत जरूरी है। इन सब विषयों को कम कर संविधान व लोकतंत्र कहीं न कहीं कमजोर होगा।