मुजफ्फरनगर में इमलाख के नजदीकी की प्रिंटिंग प्रेस में छपी फर्जी डिग्रियां
फर्जी डॉक्टर बनाने वाले मास्टरमाइंड इमलाख ने सैकड़ों युवाओं को बेची हैं फर्जी डिग्रियां। उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के भी युवाओं को भी फर्जी डिग्रियां बेची गई हैं।
फर्जी डॉक्टर बनाने वाले मास्टरमाइंड इमलाख ने मुजफ्फरनगर में अपने ही एक नजदीकी की प्रिंटिंग प्रेस में फर्जी डिग्रियां छपवाई थीं। इस जानकारी के बाद पुलिस ने प्रिंटिंग प्रेस को सील कराने की तैयारी कर ली है। इसके लिए एक टीम को मुजफ्फरनगर के लिए भेज दिया गया है।
इमलाख ने सैकड़ों युवाओं को फर्जी डिग्रियां बेची हैं। उत्तराखंड के साथ ही बल्कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के युवा भी इसमें शामिल हैं। इमलाख मुजफ्फरनगर स्थित अपने कॉलेज से यह धंधा चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद उजागर हुआ कि उसने डिग्रियां और प्रमाणपत्र मुजफ्फरनगर की एक प्रिंटिंग प्रेस में छपवाई हैं। यह प्रेस उसके एक नजदीकी की है।
बताया जा रहा है कि प्रिंटिंग प्रेस संवेदनशील इलाके में है। ऐसे में पुलिस ने मुजफ्फरनगर के जिला प्रशासन और पुलिस से संपर्क किया है। ताकि, कानून व्यवस्था बरकरार रखते हुए प्रिंटिंग प्रेस को सील किया जा सके।
एसपी क्राइम सर्वेश पंवार ने बताया कि इमलाख का घंधा उत्तर प्रदेश में ज्यादा फैला हुआ है। जांच के दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। उजागर हुआ कि उत्तर प्रदेश में भी इस तरह के डॉक्टरों का जाल फैला हुआ है। इन डॉक्टरों के भारतीय चिकित्सा परिषद की उत्तर प्रदेश शाखा में पंजीकृत होने की आशंका है। ऐसे में पुलिस ने उत्तर प्रदेश शाखा को भी सत्यापन कराने के लिए पत्र लिखा है।