विद्यालय प्रबंधन के निर्णयों में सहभागी बनें अभिभावक: बिष्ट
-देहरादून रायपुर विकासखंड के दुर्गम क्षेत्र स्थित इण्टर कॉलेज बुरांसखंडा में समग्र शिक्षा के तत्वावधान में तीन चरणों चल रहे प्रशिक्षण शिविर का समापन
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। स्कूल प्रबंधन समिति (SMC), शिक्षकों व अभिभावकों का साझा मंच हैै। माता-पिता या अभिभावक सही रूप में अपने बच्चों को उचित साधन सुविधा व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवा सके, इसके लिए आवश्यक है कि वे विद्यालय प्रबंधन के निर्णयों में सहभागी बनें। यह बात संयुक्त निदेशक (पीएम पोषण उत्तराखंड) पदमेंद्र सिंह बिष्ट ने इण्टर कॉलेज बुरांसखंडा, समग्र शिक्षा के तत्वावधान में चल रहे प्रशिक्षण शिविर समापन पर कही।
देहरादून रायपुर विकासखंड के दुर्गम क्षेत्र स्थित इण्टर कॉलेज बुरांसखंडा, समग्र शिक्षा के तत्वावधान में तीन चरणों चल रहे प्रशिक्षण शिविर समापन पर संयुक्त निदेशक (पीएम पोषण उत्तराखंड) पदमेंद्र सिंह बिष्ट ने अपने संबोधन में बच्चों के विकास व सीखने की प्रक्रिया में अभिभावकों का विद्यालय के साथ मित्रवत व्यवहार व निरंतर संवाद को जरूरी बताया।
अभिभावकों से बातचीत में उन्होंने कहा कि बच्चे घर पर विद्यालय से अधिक समय व्यतीत करते हैं, इसलिए घर-परिवार व समुदाय का सहयोग ज्यादा महत्वपूर्ण है। अक्सर देखा गया है कि अभिभावकों और समुदाय की कम रूचि ही दोनों तरफ से संवाद कौशल की कमी का बड़ा कारण बन जाता है।
बच्चों की उपस्थिति पर चर्चा करते हुए शिक्षकों के साथ ही भोजनमाताओं से भी खुलकर चर्चा की। अपेक्षा की गई कि विद्यालय परिसर के रखरखाव व साफ-सफाई व्यवस्था, मध्याह्न भोजन के अंतर्गत निर्धारित मीनू के अनुसार नियमित रूप से गुणवत्तापूर्ण भोजन वितरण व व्यवस्था में अपेक्षित सहयोग, निःशुल्क पाठ्यपुस्तकों, यूनिफॉर्म की जानकारी के अलावा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कारीगरों, ढ़ोल-बादकों, लोकगीत-संगीत व कहानियों में निपुण अभिभावकों की पहचान कर उन्हें विद्यालय में आमंत्रित कर प्रोत्साहित करते हुए बच्चों को प्रेरित करने का सार्थक प्रयास किया जाना हितकर होगा। संयुक्त निदेशक (पीएम पोषण) पीके बिष्ट द्वारा शिक्षकों व अभिभावकों को छात्र हित में संवेदनशील बने रहने की बात की।
चर्चा में भाग लेते हुए स्थानीय इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य जसवन्त सिंह बंगारी ने कहा कि हमें सामुदायिक सहभागिता के तहत भौतिक व मानवीय संसाधन के रूप में कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन करना होगा। निश्चित तौर पर इससे विद्यालय को आदर्श बनाने में मदद मिलेगी। वहीं, कार्यक्षेत्र में लोकप्रियता हासिल होगी, जिसका सीधा फायदा बच्चों को हासिल होगा।
एमटी सुमन हटवाल के निर्देशन में बच्चों के स्वागत गीत साथ ही महिला अभिभावकों ने भी लोकगीत प्रस्तुत कर साझेदारी की। प्रधानाचार्य एनवी पन्त द्वारा आतिथ्य स्वागत भाषण में प्रशिक्षण की आख्या प्रस्तुत की गई। विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता आरएस रावत, आरके चौहान, केपी भट्ट, प्रियंका घनस्याला व मेघा पंवार के अलावा अभिभावकों ने भी चर्चा में भाग लिया। एमटी फरसराम कोठारी ने अभिभावकों की जिज्ञासा को संतुष्ट करने का प्रयास किया गया।
वरिष्ठ प्रवक्ता केके राणा ने प्रशिक्षण के मुख्य अतिथि के साथ ही सभी आगंतुक शिक्षक व अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रवक्ता कमलेश्वर भट्ट द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य बुरांसखंडा एन वी पन्त, प्रधानाचार्य भगद्वारिखाल जसवन्त सिंह बंगारी, प्रवक्ता केके राणा, आरके चौहान, प्रियंका घनस्याला, केपी भट्ट, आरएस रावत, रीना तोमर, नेहा बिष्ट, मेघा पंवार, जेपी नौटियाल, जीवी सिंह, मनीषा शर्मा, संगीता जायसवाल, एमटी सुमन हटवाल व फरसराम कोठारी, रोहित रावत, अदिति, जय सिंह, प्रवीन और राकेश के साथ ही संकुल के दुर्गम क्षेत्र स्थित विद्यालयों सिल्ला, छमरोली, फुलेत, भैंसवांनसैण, सिमयारी, क्यारा, खलौंच, चलचला, सुवाखोली, गढ़, नालिकला से अध्यापकों व अभिभावकों ने प्रतिभाग किया।