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सरकार ने दो कोरोना वैक्सीन को दी मंजूरी, हफ्तेभर में होंगी बाजार में

-सरकार को वैक्सीन लॉन्च की तारीख की घोषणा करना है बाकी

शब्द रथ न्यूज (shsbd rath news): केंद्र सरकार (central government) ने कोरोना वायरस (Corona various) के इलाज के लिए दो वैक्सीन (vaccine) को आज मंजूरी दे दी है। इनमें भारत बायोटेक की ओर से बनाई गई कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन है, इसे सीरम संस्थान की ओर से बनाया जा रहा है।आज जिन दो टीकों को मंजूरी मिली है, वो एक सप्ताह के भीतर बाजार में आ सकते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय को अंतिम फैसला लेना होगा। सरकार को वैक्सीन लॉन्च की तारीख की घोषणा करना बाकी है।

फेज-3 के प्रभाव का अभी नहीं मिला डेटा

इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने रविवार पुष्टि की कि सरकार के ड्रग रेगुलेटर की ओर से आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दिए जाने वाली एक कोरोना वैक्सीन के फेस-3 के प्रभाव का डेटा उसे अभी नहीं मिला है।
भारत बायोटेक की ओर से बनाई गई दवा कोवैक्सीन (Covaxin) की प्रभावकारिता पर विशेष रूप से टिप्पणी करते हुए, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR)के महानिदेशक (dgp) डॉ बलराम भार्गव (Dr balram bhargav) ने बताया कि संकेत हैं कि इसकी उच्च प्रभावकारिता है। लेकिन, उन्होंने इस पर विशेष जानकारी देने से इनकार किया। प्रभाव रिपोर्ट (report) पर उन्होंने कहा कि सप्ताह के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध होगी। डॉ भार्गव ने बताया कि कोवैक्सीन (co-vaccine) के लिए प्रारंभिक डेटा पशु अध्ययन, छोटे जानवरों व बड़े जानवरों से मिले थे। फेस-1 और फेस-2 परीक्षणों से जो प्रभाव डेटा है, उनमें इम्युनोजेनेसिटी सुरक्षा डेटा की जबरदस्त मात्रा है।

सीरम संस्थान बनाएगा दूसरा टीका

दूसरी दवा, जिसे आज मंजूरी मिली है वह ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका वैक्सीन है जो भारत के सीरम संस्थान की ओर से निर्मित की जा रही है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला ने कहा कि फाइजर, मॉडर्न और एस्ट्रा-ज़ेनेका-ऑक्सफोर्ड -ये केवल तीन टीके हैं, जो उपयोगी साबित हुए हैं। बाकी सबकुछ सुरक्षित साबित हुआ है, जैसे पानी सुरक्षित है। लेकिन, प्रभाव- यह जानने के लिए कि टीके कितनी अच्छी तरह काम करता है, 70%, 90%, 80% – केवल इन तीन टीकों में साबित हुआ है।

अंतरराष्ट्रीय स्वीकृति के साथ वैज्ञानिक पत्रिकाओं ने की समीक्षा

भारत बायोटेक के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक डॉ कृष्णा एला ने कहा कि “COVAXIN ने कई वायरल प्रोटीनों के लिए मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं के साथ उत्कृष्ट सुरक्षा डेटा उत्पन्न किया है, जो जारी रहता है। भारत बायोटेक ने बयान में कहा कि “COVAXIN के तीसरे चरण के ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल नवंबर के मध्य में शुरू हुए। भारत में 26,000 स्वयंसेवकों के साथ करने का लक्ष्य रखा गया, यह COVID-19 वैक्सीन के लिए भारत का पहला व एकमात्र तीसरे फेस प्रभावकारिता अध्ययन है।भारत में किसी भी वैक्सीन के लिए अब तक का सबसे बड़ा फेस-3 प्रभावकारिता परीक्षण, COVAXIN का मूल्यांकन फेस-1 और फेस-2 क्लिनिकल ट्रायल में लगभग 1000 विषयों में किया गया है। होनहार सुरक्षा और प्रतिरक्षण परिणामों के साथ अंतरराष्ट्रीय सहकर्मी में स्वीकृति के साथ वैज्ञानिक पत्रिकाओं ने समीक्षा की।

दोनों कंपनियां कर रही हैं बाटलिंग

डॉ भार्गव ने कहा कि दोनों कंपनियां अपनी बॉटलिंग कर रही हैं। वैक्सीनेशन का हाल ही में ड्राई रन किया गया था, इसलिए उस नजरिए से हम बहुत जल्द इसे पूरा करने के लिए तैयार हैं। एक निश्चित तारीख के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय सटीक तारीख पर टिप्पणी करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में होगा। लेकिन, मुझे लगता है कि एक सप्ताह के भीतर हमें निश्चित रूप से इसे रोल आउट करना शुरू करना चाहिए।

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