मुख्यमंत्री के गुरुद्वारा दर्शन में रोकी थी गुरुवाणी, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने दिया इस्तीफा
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। उद्यमसिंहनगर जनपद के नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस्तीफा दे दिया है। गुरुद्वारे के सुचारू कामकाज के लिए पांच सदस्यीय प्रबंधन कमेटी गठित किसी है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने उधमसिंहनगर जनपद के दौरे के दौरान 24 जुलाई को नानकमत्ता गुरुद्वारे में दर्शन के लिये गए थे। मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए स्कूली छात्राओं ने गुरुद्वारा परिसर में नृत्य किया था। वहीं, जिस समय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मंत्री व विधायकों के साथ नानकमत्ता गुरुद्वारे में माथा टेकने गए थे, उस समय गुरुद्वारे में गुरुवाणी को थोड़ी देर के लिए बंद कर दिया गया था।
संगतें नानकमत्ता में डाले हुए थी डेरा
गुरुद्वारा परिसर में नृत्य और गुरुवाणी रोके जाने को लेकर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई और इसे गुरुद्वारे की मर्यादा का उल्लंघन बताया। वहीं, अकाल तख्त अमृतसर की ओर से तीन सदस्यीय कमेटी मामले की जांच के लिए नानकमत्ता गुरुद्वारा भेजी गई। कल से हजारों की संख्या में उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की सिख संगत नानकमत्ता गुरुद्वारा में डेरा डाले हुई थी। संगतें नानकमत्ता गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवा सिंह व कमेटी के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई थी। दबाव के चलते प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेवा सिंह व अन्य सदस्यों ने आज इस्तीफा दे दिया है।
अकाल तख्त में होगी सुनवाई
सेवा सिंह व उनके साथी सदस्य 15 दिन के अंदर अपना पक्ष अकाल तख्त अमृतसर में रखेंगे। उन पर लगे आरोपों की सुनवाई अकाल तख्त में होगी, उसके बाद अकाल तख्त निर्णय लेगा कि कमेटी को बर्खास्त करना है या दोबारा से बहाल किया जाए। फिलवक्त, नानकमत्ता गुरुद्वारा के 19 डायरेक्टरों में से पर्ची डालकर पांच डायरेक्टरों की कमेटी बना दी गई है, जो नानकमत्ता गुरुद्वारा का प्रबंधन देखेंगे।